मुंबई. इस वक्त रमजान का पाक महीना चल रहा है. ऐसे में मस्जिद से तेज आवाज में लाउड-स्पीकर बजने के खिलाफ आवाजें भी उठने लगी हैं. महाराष्ट्र विधानसभा के दौरान भी यह मुद्दा उठाया गया. इसपर खुद सीएम देवेंद्र फडणवीस खड़े हुए और जवाब दिया. देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि अवैध लाउडस्पीकरों को हटा दिया जाएगा और जो लोग शोर या प्रदूषण कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. फडणवीस ने कहा है कि लाउडस्पीकरों का उपयोग करने के लिए निर्धारित नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अगर वो शोर करते हैं तो उनकी अनुमति को स्थायी रूप से रद्द कर दिया जाएगा.
यह मसला महाराष्ट्र की विधानसभा में बीजेपी विधायक अतुल भातकलकर की तरफ से उठाया गया था. उन्होंने सरकार से इसपर जवाब की मांग की थी. इसपर जवाब में सीएम फडणवीस ने कहा, “अतुल जी, मैंने आपको लिखित जवाब भी दिया है, लेकिन मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार अवैध लाउडस्पीकरों को हटा दिया जाएगा, जिन लोगों के पास अनुमति नहीं है और फिर भी नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और जिन लोगों के पास अनुमति है लेकिन नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं उनके लाउडस्पीकरों को जब्त कर लिया जाएगा और उनकी अनुमति को स्थायी रूप से रद्द कर दिया जाएगा”.
यूपी में पहले ही हो रहा एक्शन
इससे पहले रमजान में मस्जिद से तेज आवाज में लाउडस्पीकर का मुद्दा उत्तर प्रदेश में भी छाया रहा. यूपी के विभिन्न जिलों में अभियान चलाकर निर्धारित से अधिक आवाज में बज रहे लाउडस्पीकरों को मजिस्दों से हटाया गया. संभल में भी कई मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतारे गए. उत्तर प्रदेश में अब सहरी के वक्त लोगों को जगाने के लिए ढोल और गोले की आवाज का इस्तेमाल किया जा रहा है. संभल के मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना नूरी राजा ने कहा था कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने में कोई दिक्कत नहीं है. हम देश के कानून का सम्मान करते हैं. इंसानियत को सबसे ऊपर मानते हैं.