हथौड़े ने की थी नेपाल निवासी प्रेमिका की हत्या
प्रेम प्रसंग के चलते दिया घटना को अंजाम
रायपुर पुलिस ने किया ब्लाइंड मर्डर का खुलासा
देहरादून। रायपुर पुलिस ने महिला के ब्लाइंड मर्डर मामले का खुलासा करते हुए क्लेमनटाउन आर्मी में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल रामेन्दू उपाध्याय पुत्र वाल्मिकी उपाध्याय को प्रेमनगर पंडितवाड़ी से गिरफ्तार किया है। रामेन्दू ने प्रेम प्रसंग के चलते शादी का दबाव बनाने के कारण अपनी नेपाल निवासी प्रेमिका की हथौड़े से निर्मम हत्या की थी।
पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। उपमहानिरीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुवंर ने बताया कि ग्राम प्रधान सोडा सरोली प्रवेश कुमेड़ी ने थानाध्यक्ष रायपुर को सूचना दी गयी कि सिरवाल गढ़ में एक महिला का शव संदिग्ध अवस्था मे पडा है। इस सूचना पर थानाध्यक्ष रायपुर मय पुलिस बल के मौके पर पहुंचे।
फील्ड यूनिट की सहायता से साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गयी। घटनास्थल का निरीक्षण करने पर महिला के माथे व सर पर गम्भीर चोटों का होना पाया गया। पास ही में एक टायलेट क्लीनर की बोतल पडी हुई मिली। आस-पास कोई सीसीटीवी कैमरा का होना नही पाया
पुलिस ने मीडिया व सोशल मीडिया के माध्यम से भी मृतका की शिनाख्त के प्रयास किए। महिला की संदिग्ध परिस्थियों में हत्या कर घटनास्थल पर फेकें जाना पाये जाने पर चौकी प्रभारी मालदेवता की तहरीर पर अज्ञात व्यक्ति के मुकदमा दर्ज किया गया ।
मामले के खुलासे के लिए थानाध्यक्ष रायपुर के नेतृत्व में चार टीमें गठित की गई। गठित पुलिस टीमों में से प्रथम टीम ने घटनास्थल के आस-पास रहने वाले व्यक्तियों से गहनता से पूछताछ की गयी। द्धितीय टीम नेघटनास्थल को आने व जाने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को चैक किया गया, तृतीय पुलिस टीम ने मृतका की पहनी जुडियो ब्रांड की ड्रेस जो नई प्रतीत हो रही थी की जानकारी के लिए जुडियो ब्रांड के शोरूम जाखन व किशननगर चैक जाकर जानकारी प्राप्त की गयी।
चतुर्थ टीम ने मृतिका की शिनाख्त के लिए आवश्यक कार्रवाई की गयी। पुलिस टीम ने जुडियो ब्रांड के शोरूम जाखन व किशननगर से जानकारी हासिल की गयी तो पाया गया कि दोनों शोरूम से उक्त आर्टिकल की 8 ड्रेस विक्रय हुई है। जिनके सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी । घटनास्थल से लगभग 300 मीटर की दूरी पर ग्रामीण का आवास होना पाये जाने पर स्पष्ट हुआ कि घटना रात्रि में हुई है।
घटनास्थल के आस-पास के लोगों से पूछताछ करने पर जानकारी मिली की रात्रि में अंतिम बार 11.00 बजे लगभग ग्रामीण की गाडी अन्दर आयी थी। तब तक घटना का होना प्रकाश में नही आया। पुलिस टीम ने रात्रि 11.00 बजे से प्रातः 04.00 बजे तक महाराणा प्रताप चौक से थानो की ओर जाने वाले व थानो चैक से महाराणा प्रताप चौक की ओर आने वाले लगभग 240 वाहनों को चैक किया गया। पुलिस टीम ने लगातार चैक किये गये वाहनों की आने-जाने के समय की तुलना करने पर 18 वाहनों के समय में संदिग्धता पायी गयी।
18 चौपहिया वाहनों के कडी मेहनत के पश्चात नम्बर व वाहन स्वामियों के पते प्राप्त किये गये तथा उनके पते तस्दीक किये गये । वाहन स्वामियों के नम्बर प्राप्त किये गये। उक्त पतों को तस्दीक करते हुए वाहन संख्या यूके-07-डीएक्स-5881 किया का वाहन स्वामी रामेन्दू उपाध्याय पुत्र श्री वाल्मिकी उपाध्याय निवासी प्रेमनगर पंडितवाड़ी जनपद देहरादून के नाम होना पाया गया जिसकी जानकारी पता करने पर घटना के दौरान वाहन स्वामी का मोबाइल फोन स्विच आफ होना पाया गया तथा घटना के दौरान महाराणा प्रताप चैक से थानो चैक तक पहुंचने में लिये गये समय में लगभग 42 मिनट के अतिरिक्त समय का होना पाया गया। जिस पर पुलिस टीम ने सोमवार को प्रातः वाहन स्वामी रामेन्दू उपाध्याय को उसके घर प्रेमनगर पण्डितवाडी के पास से हिरासत में ले कर पूछताछ की गयी तो रामेन्दू उपाध्याय घटना को स्वीकार किया गया।
हथौड़े से पीट-पीटकर की हत्या
रामेन्दू उपाध्याय ने बताया कि मै आर्मी में क्लेमेंटाउन देहरादून में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात हूँ। मेरी पोस्टिंग कुछ समय पहले सिलिगुडी पश्चिम बंगाल से देहरादून में हुयी थी। मैं वर्ष 2010 में डिपार्टमेंटल कमीशन के रूप में लेफ्टिनेंट बन गया था। मेरा घर पंडितवाड़ी में है।
वर्ष 2020 जनवरी में मेरी मुलाकात नेपाली मूल की एक लडकी श्रेया शर्मा से डांस बार सिटी सेंटर मॉल सिलीगुड़ी पंश्चिम बंगाल में हुई थी। जहां पर मुझे श्रेया शर्मा बहुत पसंद आई। पहले मेरी मुलाकात श्रेया से दोस्ती के नाते हुई उसके बाद हमारी आपसी रिलेशन बन गए। हम दोनों सिलीगुड़ी में पति-पत्नी की तरह रहते थे। मैं श्रेया के सारे खर्चे उठाता था।
जब मेरी पोस्टिंग देहरादून जिले में हुई तो मैं श्रेया को भी अपने साथ देहरादून ले आया। जिसकी जानकारी मेरी पत्नी को हुई तो मैंने श्रेया को कुछ दिन होटल में रखने के बाद वापस सिलीगुडी भेज दिया । जिसे कुछ दिन बाद मैंने दुबारा देहरादून बुला लिया और कुछ दिन होटल में रखने के बाद मैंने क्लेमनटाउन में एक फ्लैट किराये पर लिया और उसे वहां रख दिया ।
कुछ दिन सही रहने के बाद वह लगातार मुझे अपनी पत्नी का दर्जा देने का दबाब बनाने लगी और इसको लेकर वहां मुझे गाली गलौज करने लगी। सर के पीछे लगातार हथौड़े से वार करता चला गया। जब वह मर गई तो मैं गाड़ी को थोड़ा और आगे ले गया जहां गाड़ी का रास्ता खत्म हो गया तो मैं वापस गाड़ी बैक करी उसके बाद मुझे जहां जगह मिली मेन रोड किनारे उसको फेंक दिया ।