मुजफ्फरपुर। पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में माफिया का नया पैंतरा उजागर हुआ है। बिहार पुलिस के खुलासे के मुताबिक रेलमार्ग से शराब तस्करी में महिलाओं को मोहरा बनाया जा रहा है। कैरियर के काम में वृद्ध महिलाओं का भी इस्तेमाल हो रहा है। इसमें शामिल तस्करों का सिंडिकेट दिल्ली, बेंगलुरु व यूपी से मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार में फैले पूरे नेटवर्क को ऑपरेट कर रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर बिहार में शराब के उत्पादन, भंडारण, बिक्री, उपभोग सब गैरकानूनी है।
शराब तस्करों के सॉफ्ट टारगेट पर गरीब महिलाएं हैं। इन्हें मोटी कमाई का ऑफर देकर दो-तीन के ग्रुप में तस्करों के बताए लोकेशन पर भेजा जाता है। वहां से महिला कैरियर के ग्रुप को शराब के छोटे-छोटे कंसाइनमेंट दिए जाते हैं। झोला या बैग में शराब की बोतलों या टेट्रा पैक को सामान के बीच में पैक कर दिया जाता है, ताकि रास्ते में किसी को शक न हो।
रेल पुलिस की तफ्तीश में महिलाओं को मोहरा बनाने का राज मुजफ्फरपुर में खुला है। मुजफ्फरपुर रेल थानाध्यक्ष के मुताबिक शराब डिलीवरी के बाद महिला कैरियर को डेढ़ से दो हजार रुपए मिलते हैं। बीते दो महीने में आधा दर्जन महिला कैरियर को पकड़ा जा चुका है। चुनाव के समय में रेल मार्ग के जरिए शराब तस्करी का ग्राफ बढ़ गया है। रेल पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के क्रम में बीते दो महीने में तीन हजार से अधिक शराब की बोतलें या ट्रेट्रा पैक बरामद किए गए हैं। यानी औसतन हर रोज 50 बोतल या टेट्रा पैक जब्त हो रहे हैं। सबसे अधिक मार्च में 1100 लीटर शराब यानी डेढ़ हजार से अधिक बोतल या टेट्रा पैक बरामद की गई थी। इस दौरान तस्करी में शामिल दो दर्जन से अधिक आरोपी गिरफ्तार जा चुके हैं।
अवध-असम से शराब जब्त, तीन महिलाएं गिरफ्तार
अवध असम एक्सप्रेस से 396 टेट्रा पैक शराब को जब्त करते हुए रेल मुजफ्फरपुर रेल पुलिस ने तीन महिला कैरियर को गिरफ्तार किया। इनमें 60 वर्षीय प्रमिला देवी (ताजपुर, समस्तीपुर), 55 वर्षीय उर्मिला देवी (सरैयागंज, मुजफ्फरपुर) व 50 वर्षीय रंगीला देवी (सिउरा, समस्तीपुर) शामिल हैं। रेल थानाध्यक्ष रंजीत कुमार के नेतृत्व में टीम ने जब उस बोगी में छापेमारी की तो महिलाओं की गतिविधि संदिग्ध लगी। फिर तीनों महिलाओं के पास मौजूद झोले की तलाशी लेने पर शराब की खेप बरामद हुई।
बड़ा नेटवर्क सक्रिय
- दिल्ली, बेंगलुरु और यूपी से नेटवर्क को संचालित कर रहा सिंडिकेट
- सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने को वृद्ध महिलाओं को भी बनाया कैरियर
- गरीब महिलाएं सॉफ्ट टारगेट, प्रति खेप मिलते हैं डेढ़ से दो हजार रुपए
- दो-तीन महिलाओं का ग्रुप बनाकर भेजा जाता है बताए लोकेशन पर
क्या कहती है पुलिस
लगातार शराब बरामदगी के साथ ही इसमें शामिल शातिरों को भी गिरफ्तार किया जा रहा है। दो महीने में दो दर्जन से अधिक कैरियर या तस्कर पकड़े जा चुके हैं। दिल्ली, बेंगलुरु व यूपी से शराब तस्करी के नेटवर्क को ऑपरेट किया जा रहा है। अनुसंधान में कई अहम सुराग मिले हैं। चुनाव के समय धंधेबाजों की सक्रियता बढ़ गई है।- रंजीत कुमार, रेल थानाध्यक्ष