नई दिल्ली: हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने लिव-इन रिलेशनशिप को समाज के लिए अभिशाप करार दिया है और युवा पीढ़ी में पारंपरिक सांस्कृतिक मूल्यों और रीति-रिवाजों को पुनर्स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि इस प्रथा के चलते समाज में महिलाओं को सबसे अधिक नुकसान हो रहा है और यह प्रवृत्ति एक काले धब्बे के समान है।
रेनू भाटिया ने जिला मुख्यालय में महिला-संबंधित मामलों की सुनवाई के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि माता-पिता पुराने रीति-रिवाजों और परंपराओं के महत्व को समझें, जो समाज की संतुलित संरचना के मजबूत स्तंभ हैं। शिक्षा प्रणाली को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह मूल्य नई पीढ़ी तक पहुंचें ताकि युवा समाज के लिए हानिकारक मानदंडों का शिकार न बनें।
उन्होंने यह भी कहा कि एक ही परिवार में दो बेटियों की शादी करने की प्रथा के नकारात्मक प्रभाव सामने आए हैं, जहां पीड़िताओं और शोषण की शिकायतें आम हो गई हैं।
रेनू भाटिया ने महिलाओं की गरिमा और अधिकारों पर किसी भी तरह के हमले को बर्दाश्त न करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि महिला आयोग हरियाणा में महिलाओं की समस्याओं को समझने और उनका समाधान करने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
गुरुवार को आयोजित बैठक में महिला आयोग ने 12 शिकायतों का निपटारा किया। इस दौरान डीएसपी महेंद्र सिंह, सुरेश भड़ाना, नरेंद्र कुमार, नरेश कुमार, वन स्टॉप सेंटर की प्रभारी सपना, अनु राणा, अल्पना मित्तल, संबंधित थाने के अधिकारी और शिकायतकर्ता मौजूद थे। रेनू भाटिया ने साफ किया कि हरियाणा महिला आयोग पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए हरसंभव कार्रवाई करेगा और महिला अधिकारों की रक्षा में कोई कोताही नहीं बरतेगा।