जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने धौलपुर में आयोजित जनसभा में कई सियासी हमले किए। केन्द्रीय मंत्री अमित शाह और गजेन्द्र सिंह शेखावत पर गरजते हुए सीएम गहलोत ने बीजेपी के दो वरिष्ठ नेताओं और एक विधायक की तारीफ कर दी। शाह और शेखावत पर गहलोत ने चुनी हुई सरकारें गिराने के हथकंडे खेलने के आरोप लगाए। गहलोत ने जहां इन भाजपाई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए वहीं प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रहे कैलाश मेघवाल की तारीफ कर दी। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले चुनावी सभा में गहलोत ने ऐसा दांव खेला जिससे बीजेपी की गुटबाजी को फिर से हवा देने का काम किया है। पायलट के बगावती तेवरों से घिरे गहलोत ने अपने भाषण में वसुंधरा राजे और कैशाल मेघवाल का जिक्र कर विपक्षी दल में खलबली मचाने का काम किया है।
गहलोत ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल ने भी कहा कि पैसों के बल पर चुनी हुई सरकारें गिराने की हमारे यहां परम्परा नहीं रही है। गहलोत ने कहा कि राजे और मेघवाल ने बिल्कुल सही बात कही थी और शोभारानी ने उनकी बात सुनी तो इनकी अंतर्आत्मा ने कहा कि उन्हें भी ऐसे लोगों का साथ नहीं देना चाहिए। यही कारण है कि बीजेपी विधायक शोभारानी ने राज्यसभा चुनावों में कांग्रेस के समर्थन में वोट दिया।
गहलोत का मेरी तारीफ करना षड़यंत्र है – वसुंधरा राजे
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की तारीफ की तो राजे ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि गहलोत द्वारा उनकी तारीफ करना एक षड़यंत्र है। ऐसा बयान देकर उन्होंने सार्वजनिक रूप से अपमानित किया है। राजे ने कहा कि अशोक गहलोत को आगामी चुनावों में कांग्रेस की हार का पता है। इसलिए वे भयभीत है। गहलोत के बयान का जवाब देते हुए राजे ने कहा कि सीएम अशोक खरीद फरोख्त के महारथी हैं। वर्ष 2008 और 2018 में अल्पमत में होने के बावजूद उन्होंने खरीद फरोख्त के जरिए ही सरकारें बनाई। भाजपा चाहती तो वह भी सरकार बना सकती थी लेकिन ऐसा करना पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ है।
केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ऐसे किया पलटवार
केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने भी अशोक गहलोत के बयान के बाद पलटवार किया है। शेखावत ने कहा कि अशोक गहलोत एक नम्बर के झूठे हैं। अगर उनकी बातों में जरा भी सच्चाई है तो केस दर्ज क्यों नहीं करवाते। शेखावत ने कहा कि कांग्रेस अंदरुनी कलह से जूझ रही है। ऐसे में अपनी झेंप मिटाने के लिए गहलोत विपक्षी पार्टी पर आरोप लगाकर गद्दार साबित करने में जुटे हैं। प्रदेश की जनता सच्चाई जानती है और आगामी चुनावों में कांग्रेस को इसका जवाब भी देगी।