बेतियाः बिहार में महिला सशक्तिकरण और पीड़ित महिलाओं को ससमय सहायता उपलब्ध कराने की दिशा में पुलिस लगातार प्रयासरत है. यहां महिला हेल्प डेस्क महिलाओं के रामबाण साबित हुआ है. इसकी बानगी देखनी हो तो बेतिया में देखा जा सकते है. महिलाओं के अंदर से डर खत्म कर रहीं है. घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना, दुर्व्यव्हार, छेड़खानी जैसे मामलों पर थानो में महिलाए बेझिझक पहुंच रहीं है और उनकी समस्याओं का पुलिस समाधान कर रहीं है.
पीड़ित महिलाए बता रहीं है कि यंहा नीतीश कुमार की सरकार है. यहां शराब पीकर कोई पति अपनी पत्नी को नहीं पीट सकता है. क्योंकि पीड़ित महिलाए थाना पहुंचकर महिला हेल्प डेक्स को शिकायत कर रहीं है. थानाध्यक्ष त्वरित कार्यवाही कर हिंसा करने वाले पतियों को जेल भेज दे रहें है. यहां महिलाएं निडर होकर महिला अधिकारियों के समक्ष अपनी समस्या रख रहीं है. बेतिया की ये दो अलग-अलग थाना की रिपोर्ट देख कह उठेंगे महिला हेल्प डेस्क महिलाओं के रामबाण साबित हो रही है.
बेतिया में 27 थानों में महिला हेल्प डेस्क बना है. बेतिया के महिला थाना में महिला हेल्प डेक्स पर पीड़ित महिलाओं की भीड़ लगी रहती है. यहां की थानाध्यक्ष सुधा कुमारी है. प्रतिदिन दर्जनों मामलों को निष्पादित करती है. आज उनके पास अलग तरह के मामले आए है. एक आशिक मिजाज पति दो-दो शादियां कर चुका है.
अब तीसरी शादी करने की फिराक में है. दोनों पत्नियों को छोड़ दिया है. दोनों को घर से निकाल दिया है. दोनों पत्नियां एक साथ थाना पहुंची है. नरकटियागंज का रहने वाला नीलू शर्मा की शादी 2015 में बेतिया के सरोज कुमारी के साथ हुई थी, फिर नीलू शर्मा जालंधर की रहने वाली पुष्पा मौर्या को प्रेम जाल में फंसाकर 2019 में शादी कर ली. अब दोनों को छोड़ वह तीसरी शादी की फिराक में है.