देहरादून : उत्तराखंड (Uttarakhand) के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) ने अपने एक बयान में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) को देशभक्त कह दिया. उन्होंने कहा कि गांधी जी की हत्या अलग मुद्दा है लेकिन जहां तक उन्होंने गोडसे को समझा और पढ़ा है, वो भी देशभक्त था. त्रिवेंद्र सिंह ने आगे कहा कि वो गांधी जी की हत्या से सहमत नहीं हैं.
न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, बीती 7 जून को त्रिवेंद्र रावत ने मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल गांधी को लेकर कई बातें कहीं. रावत ने अमेरिका में राहुल गांधी के बयान पर बोला कि उनकी कोशिशों से कांग्रेस पार्टी को कोई मदद नहीं मिलेगी. वो बोले कि राहुल गांधी अपनी पार्टी की बिगड़ती हालत को देखकर हताशा और मानसिक तनाव में बोल रहे हैं. कहा कि जनता मानसिक तनाव से गुजर रहे व्यक्ति को कभी स्वीकार नहीं करेगी.
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष का मजाक उड़ाते हुए कहा कि केवल गांधी सरनेम होने से उनकी विचारधारा गांधीवादी नहीं हो जाती. वो आगे बोले कि सिर्फ जनेऊ पहनने का दिखावा करने से राहुल गांधी की पहचान नहीं बदल जाती. आरोप लगाया कि राहुल सिर्फ बातें करते हैं. इसी दौरान वो नाथूराम गोडसे पर पहुंच गए.
‘केजरीवाल सबसे बड़ा नाट्य नेता’
बता दें, 7 जून को ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने लखनऊ पहुंचे थे. उनके बीच करीब एक घंटे तक मीटिंग चली. फिर दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस भी की. बताया गया कि दिल्ली सरकार के अधिकारों की कटौती वाले केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ अखिलेश यादव AAP के समर्थन में हैं.
मामले पर टिप्पणी करते हुए त्रिवेंद्र रावत बोले कि इस देश में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बड़ा नाटक करने वाला नेता कोई और नहीं है और अब अखिलेश यादव केजरीवाल से नाटकीयता सीखना चाहते हैं. रावत ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव के CM कार्यकाल के दौरान उत्तर प्रदेश “गुंडा राज” की ओर बढ़ा था.