नई दिल्ली l पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास 10 जनपथ पर मुलाकात की। ममता और सोनिया की मुलाकात के दौरान राहुल गांधी भी 10 जनपथ पर ही मौजूद थे। ममता ने इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं कमलनाथ, अभिषेक मनु सिंघवी और आनंद शर्मा से मुलाकात की थी। सोनिया से मुलाकात करने के बाद ममता ने कि बीजेपी को हराने के लिए सबका एक होना जरूरी है। पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने वाली ममता बनर्जी का विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद यह पहला दिल्ली दौरा है।
‘बीजेपी को हराने के लिए सबका एक होना जरूरी’
सोनिया से मुलाकात करने के बाद ममता ने कहा, ‘बीजेपी को हराने के लिए सबका एक होना जरूरी है। हम अकेले कुछ नहीं हैं, सबको मिलकर काम करना पड़ेगा।’ ममता ने कहा कि हम सब मिले हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पैगसस पर उत्तर क्यों नहीं दे रहे हैं, जनता को लोकसभा से पता चलना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि अगर लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा नहीं होती है तो कहां होगी। सोनिया से मुलाकात से पहले ममता ने बीजेपी को रोकने के लिए विपक्ष का चेहरा बनाए जाने के मुद्दे पर बुधवार को मिलीजुली प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह सब परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।
Congress President Smt. Sonia Gandhi meets with West Bengal Chief Minister, Mamata Banerjee. pic.twitter.com/8aUYctYjMu
— Congress (@INCIndia) July 28, 2021
‘मैं नेता नहीं बल्कि आम कार्यकर्ता बनना चाहती हूं’
नेतृत्व के मुद्दे पर ममता ने कहा था, ‘मैं बिल्ली के गले में घंटी बांधने में सभी विपक्षी दलों की सहायता करना चाहती हूं। मैं नेता नहीं, बल्कि आम कार्यकर्ता बनना चाहती हूं।’ बनर्जी से जब पूछा गया कि क्या वह विपक्ष का चेहरा बनना चाहती हैं, जिसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैं कोई राजनीतिक भविष्यवक्ता नहीं हूं। यह परिस्थिति, सरंचना पर निर्भर करता है। अगर कोई और नेतृत्व करता है तो मुझे कोई समस्या नहीं। जब इस मुद्दे पर चर्चा होगी तब हम निर्णय ले सकते है। मैं अपना निर्णय किसी पर थोप नहीं सकती।’
‘बहुत अच्छे दिन देख लिए, अब सच्चे दिन देखना चाहती हूं’
पैगसस के मुद्दे पर ममता ने कहा कि स्थिति आपातकाल से भी ज्यादा गंभीर है और केंद्र सरकार जवाब नहीं दे रही। उन्होंने कहा, ‘सभी जगह वे प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग को छापा मारने के लिए भेज रहे हैं। यहां कोई जवाब नहीं दे रहा है। लोकतंत्र में सरकार को जवाब देना चाहिए। स्थिति बेहद गंभीर है, यह आपातकाल से भी ज्यादा गंभीर है।’ ममता ने मंगलवार को कहा था कि विपक्षी दलों की एकता अपने आप आकार लेगी। बता दें कि ममता ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी। बुधवार को ममता ने बीजेपी के चुनावी नारे पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘मैं सच्चे दिन देखना चाहती हूं, बहुत दिन अच्छे दिन देख लिए।’
खबर इनपुट एजेंसी से