सिमरी बख्तियारपुर। सिमरी बख्तियारपुर स्थित वृंदावन की अगर आम की चर्चा हो तो लोगों में उत्सुकता बढ़ जाती है। 52 बीधे में फैले इस बगीचा के आम ने राजनीतिक गलियारे में एक खास पहचान बना ली है। वैसे तो वृंदावन में सभी आम की अपनी अलग ही महत्ता है लेकिन सबसे ज्यादा प्रसिद्ध यहाँ का गुलाब खास है। इस वर्ष कुछ समय की नजाकत है और कुछ पेड़ों की देख भाल की कमी है जिससे पहले के मुकाबले कम आम आए हैं। हालांकि अगले माह पक कर तैयार होने वाले इस किस्म के आम के रस को चखने के लिए शायद थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है। आम की फसल पर इस बार मौसम की मार और आँधी तूफान ने अच्छा खासा प्रभाव डाला है। जानकारों का मानना है कि इस बार आम की फसल थोड़ी कम हो सकती है जिससे बाजार में इसकी कीमत बढ़ सकती है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि बख्तियारपुर के आमों पर कलकत्ता और अन्य बाहरी व्यापारियों की नजर हमेशा रहती है लेकिन इस बार लॉकडॉउन के कारण वे इस बार फसल को नहीं ले जा सकेंगे जिससे आम की कीमत में ज्यादा बढ़ोत्तरी नहीं होगी। हालांकि सबका यही कहना है कि फसल कम होने की दशा में कीमत इस बार बढ़ना तय है।