कानपुर : कानपुर हिंसा मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. हिंसा के मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी को एसटीएफ ने लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है. अब तक इस मामले में तीन केस दर्ज हो चुके हैं. इन सभी केसों में 500 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. हिंसा में पुलिस पीएफआई का लिंक भी खंगाल रही है.
पीएफआई पर हिंसा भड़काने का शक
हिंसा में पीएफआई का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है. बता दें कि पीएफआई 2010 में चर्चा में आया था. 2010 में इससे जुड़े लोगों ने केरल के एक प्रोफेसर टीजे जोसेफ पर ईशनिंदा का आरोप लगाते हुए उनकी हथेली काट दी थी. इसके बाद दिसंबर 2012 में पीएफआई के बारे में केरल पुलिस ने केरल हाई कोर्ट में कहा था कि पीएफआई सिमी का ही नया रूप है.
हिंसा में 40 लोग हुए थे घायल
उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर में हिंसा और पथराव की घटना के एक दिन बाद शनिवार को 500 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए. हिंसा की घटनाओं में 40 लोग घायल हुए थे. शहर के हिंसा प्रभावित इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है और शांति का माहौल है.
12 संदिग्धों को हिरासत में लिया
अपर पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि घटना के संबंध में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. उन्होंने कहा कि इलाकों में स्थिति शांतिपूर्ण है और हम चौबीसों घंटे निगरानी कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक अलग-अलग पुलिस टीमों ने रात भर में कम से कम 12 संदिग्धों को हिरासत में लिया है.
जुमे की नमाज के बाद भड़की थी हिंसा
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा हाल ही में टीवी पर एक कार्यक्रम में चर्चा के दौरान कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जब एक समुदाय के लोगों ने जबरन दुकानें बंद कराने का प्रयास किया तो परेड, नई सड़क और यतीमखाना इलाकों में झड़पें हुईं.
गैंगस्टर एक्ट के तहत होगी कार्रवाई
पुलिस ने शनिवार को कहा कि इन झड़पों में पुलिस कर्मियों सहित कम से कम 40 लोग घायल हो गए. जिन लोगों ने कथित तौर पर व्यापारियों को दुकानें बंद करने के लिए मजबूर किया, वे पुलिस कर्मियों से भी भिड़ गए. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग किया. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने चेतावनी दी है कि हिंसा में शामिल लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा और उनकी संपत्तियों को जब्त या ध्वस्त कर दिया जाएगा.