नई दिल्ली. आपके फोन में Airtel, Vi या फिर किसी अन्य कंपनी का नंबर हो, पर यदि नेटवर्क सही तरह से काम न करें तो यूजर्स कंपनी की सेवा से उब जाते हैं. या फिर प्लान की कीमत ज्यादा होने पर भी परेशान होने लगते हैं. ऐसे में उनके पास महज एक ही विकल्प बचता है और वह है फोन नंबर Port कराने का. पर यूजर्स को नहीं पता होता है कि वे अपने फोन नंबर को कैसे Port करवाएं. ऐसे में यदि आप अपने टेलिकॉम ऑपरेटर को चेंज करना चाहते हैं और आपको इसका प्रोसेस नहीं पता है तो यहां हम आपको आज इसका तरीका बताने जा रहे हैं जोकि आपके लिए बेहतर विकल्प होगा.
नोट- बताते चलें कि एक ही टेलीकॉम सर्कल के अंदर यदि पोर्ट कराया जा रहा है तो सक्सेसफुल वेलिडेशन के बाद 3 दिन के अंदर नंबर एक्टिव हो जाता है. टेलिकॉम सर्कल से बाहर नंबर पोर्ट करा रहे हैं तो नंबर एक्टिव होने में 5 दिन लगते हैं. लेकिन जम्मू और कश्मीर, असम और उत्तर पूर्व के ग्राहकों का नंबर पोर्ट होने में 15 वर्किंग डेज का समय लगता है. इस दौरान आपकी सर्विसेज बंद नहीं होती है और प्रोसेस पूरा होने तक आप अपने पुराने सिम का उपयोग कर सकते हैं.
इस तरह नंबर करें Port:
- सिम पोर्ट कराने के लिए यूजर्स को अपने मौजूदा नंबर से 1900 पर एक SMS भेजना होता है. जैसे PORT 9811111111 मैसेज लिखकर आपको 1900 पर भेजना होगा. इसके बाद अपने मोबाइल नंबर ऑपरेटर आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर 8 डिजिट का UPC (यूनिक पोर्टिंग कोड) भेजेगा.
- यह कोड नंबर 15 दिन तक मान्य होगा. इस कोड नंबर को लेकर अपने पास वाले के उस टेलीकॉम ऑपरेटर के रिटेल स्टोर पर जाएं, जिस कंपनी की सेवाएं आप लेना चाहते हैं. वहां स्टाफ को सिम पोर्ट करने के लिए कहें.
- पोर्ट कराने के दौरान आपको आपना अपने साथ पासपोर्ट साइज की फोटो और पहचान प्रमाण कॉपी ले जानी होगी. कागज वेरिफिकेशन पूरा करने के बाद मौजूद सिम बंद हो जाएगी और नई कंपनी की नई सिम मिल जाएगी. इस पूरी प्रक्रिया में लगभग एक सप्ताह तक लग सकता है.
- आपकी रिक्वेस्ट को स्वीकार किए जाने के बाद नया ऑपरेटर आपको मोबाइल सिम पोर्ट प्रोसेस के समय और तारीख के साथ एक मैसेज करेगा. पोर्टिंग प्रोसेस के दौरान आपकी फोन सर्विसेज करीब 2 घंटे के लिए बंद रहेंगी. इसके बाद आपको नया सिम कार्ड फोन में डालना होगा. इसके बाद आप नई सर्विस का आनंद ले सकते हैं.