सरकारी विभागों में घपले की कहानी कोई नई बात नहीं है. पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले के एक पोस्टऑफिस से एक ऐसा ही मामला सामने आया है. इस पोस्ट ऑफिस में आसपास के कई लोगों ने खाता खुलवाया हुआ है. वे अपनी गाढ़ी कमाई से कुछ पैसे बचत कर खाते में जमा करते थे. जमा राशि के बदले उनकी पासबुक में एंट्री भी हो जाती थी. लेकिन, जब वे अपने-अपने खातों से पैसे निकालने गए तो उन्हें ठेंगा दिखा दिया गया. इस घटना के बाद लोगों ने पोस्ट ऑफिस के दफ्तर में हंगामा किया. फिर अब विभाग मामले की जांच करने की बात कह रहा है.
दरअसल, घटना को लेकर कूचबिहार के गुरियाहाटी नंबर 2 ग्राम पंचायत इलाके में हंगामा चल रहा है. यह घटना डाकघर की गुरियाहाटी सुभाष कॉलोनी शाखा की है. गुरुवार को जब यह घटना सामने आई तो डाकघर के अधिकारियों को असहज होना पड़ा. हालांकि, डाकघर के अधिकारियों ने लोगों से पासबुक एकत्र करने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है.
पासबुक में हाथ से एंट्री
स्थानीय ग्राहकों के मुताबिक वे लोग लंबे समय से उस डाकघर में पैसे जमा करते थे. वहां का कर्मचारी रतन दास पैसा जमा करता था. वह पैसे की रकम कंप्यूटर पर नहीं, बल्कि पासबुक में हाथ से लिखता था. हाल ही में रतन दास का तबादला कर दिया गया. वहां एक नया व्यक्ति काम पर आ गया. इसके बाद ग्राहकों के पैसा जमा नहीं होने की बात सार्वजनिक हो गई. इसके बाद हंगामा हो गया. वे पासबुक और बैंक खाते का मिलान करने लगे. फिर देखा गया कि किसी के खाते में 70 हजार ते किसी के 1 लाख तो किसी के खाते में 20 हजार कम हैं.
हंगामें के बाद शाखा के वर्तमान पोस्ट मास्टर अबीर नाग ने कहा, ”पूरे मामले की जानकारी उच्च अधिकारी को दे दी गई है. उच्च अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं कि कुल कितनी धनराशि गायब हुई है. कई पासबुक मिले हैं, जिनमें रुपये की रकम दर्ज है. उन किताबों को एकत्र किया जा रहा है और उनकी जांच की जा रही है.”