कटनी: मध्य प्रदेश की कटनी पुलिस ने चिटफंड कंपनी के मुख्य आरोपी विश्वजीत सिंह को घेराबंदी करते हुए गिरफ्तार किया है. आरोपी कटनी में एएसईसी इंवेस्टमेंट ग्रुप नाम से चिटफंड कंपनी चलाता था. इसमें लोगों को 2 प्रतिशत प्रतिदिन के हिसाब से महज 200 दिनों में पैसों को 4 गुना करने का भरोसा दिया गया था. इसके झांसे में आकर बड़ी संख्या में लोगों ने अपने मेहनत की कमाई को आरोपी विश्वजीत के पास जमा करवाया था. इसी बीच पैसे करोड़ों में आते ही विश्वजीत पूरा पैसा लेकर फरार हो गया.
जानकारी के मुताबिक कुठला थाना क्षेत्र के पन्ना मोड स्थित साईं अपार्टमेंट में 2022 के अक्टूबर महीने में आरोपी विश्वजीत सिंह ने ओंकार, धर्मराज सिंह सहित अभिषेक तिवारी के साथ मिलकर एएसईसी इंवेस्टमेंट ग्रुप नाम से चिटफंड कंपनी शुरू किया था. इसमें लोगों को पैसे के एवज में बिना किसी कागजात दिए ही उनके रुपयों को 2 प्रतिशत प्रतिदिन के हिसाब से ब्याज के साथ 200 दिनों में पैसे 4 गुना करने का सपना दिखाया गया.
फरार आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
आरोपी के झांसे में आकर वो लोग जुड़े जिनके पास बड़ी मात्रा में ब्लैक मनी जमा थी. इसे वाइट करने का लालच आरोपियों ने दिया. बताया जा रहा है कि आरोपियों ने ऐसे करते-करते करोड़ों जमा कर लिए थे. एक बड़ी रकम जैसे ही आरोपी के पास पहुंची तो उसने लोगों को ब्याज देना बंद कर दिया. तभी लोगों को खुद के साथ हुई धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो सभी थाने पहुंचे, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुका था.
कुठला थाना प्रभारी अभिषेक चौबे ने बताया कि देर शाम मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी विश्वजीत सिंह पन्ना मोड़ में देखा गया है. इसके बाद टीआई अभिषेक चौबे अपने स्टॉफ के साथ मौके पर दबिश देकर आरोपी को घेराबंदी करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने 24 लोगों को 200 दिनों में पैसे 4 गुना करने का लालच देकर करीब 36 लाख रुपये जमा करवाया था और मोटी रकम आते ही आरोपी फरार हो गया. इसकी मिल रही लगातार शिकायतों पर तत्कालीन कुठला थाना प्रभारी ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया था.