आनंद अकेला की रिपोर्ट
भोपाल। प्रदेश के परिवहन विभाग ने एक बड़ी उपलब्धि हांसिल करते हुए वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए राजस्व संग्रहण का नया रिकॉर्ड बनाया है। विभाग को मिले 3800 करोड़ के लक्ष्य से अधिक 4012 करोड़ का सर्वकालीन राजस्व संग्रहण प्राप्त करने में सफलता अर्जित की गई है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के सतत निर्देशन तथा प्रमुख सचिव परिवहन सुखवीर सिंह एवं परिवहन आयुक्त सजंय कुमार झा, अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) अरविंद कुमार सक्सेना की कार्यकुशलता से विभाग ने यह बड़ी उपलब्धि अर्जित की है। इस सफलता पर परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने विभागीय अफसरों एवं कर्मचारियों को बधाई देते हुए आने वाले वित्तीय वर्ष में भी इसी कार्यकुशलता और लगन से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। परिवहन मंत्री श्री राजपूत के नेतृत्व में विभाग निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा परिवहन विभाग की सतत समीक्षाओं और मॉनिटरिंग के माध्यम से राजस्व प्राप्ति के लिये किए जाने वाले प्रयासों एवं नवाचारों को उचित समय पर दिए जाने वाले दिशा निर्देशों के कारण ही विभाग से इस तरह की सफलता का सर्वकालीन रिकॉर्ड बनाया है। परिवहन मंत्री श्री राजपूत द्वारा संभागीय एवं जिला परिवहन अधिकारियों और प्रवर्तन अमले को राजस्व संग्रहण हेतु सामूहिक टीम भावना से कार्य करके प्रभावी परिणाम देने हेतु प्रेरित किया गया। इसके सकारात्मक परिणाम विभागीय अमले द्वारा राजस्व संग्रहण के रूप में सामने आया है। परिवहन मंत्री श्री राजपूत द्वारा वन टाइम सेटलमेंट स्कीम के उचित प्रचार द्वारा लंबे समय से पंजीकृत किंतु बकाया कर राशि और पेनल्टी नहीं जमा कर रहे वाहनों को प्रेरित कर बकाया जमा कराने के लिए दी जा रही छूट को वाहन मालिकों तक पहुंचा कर उन्हें प्रेरित किया गया। इस हेतु 5, 10, 15 और 20 वर्ष तक के वाहन निर्माण आयु पूर्ण होने पर मोटर यान कर में क्रमशः 10, 20, 30 और 90 फीसदी की छूट की सुविधा देकर बकाया मोटरयान कर देने प्रेरित किया गया। इसके अलावा बकाया मोटरयान कर पर पेनाल्टी को किसी भी आयु सँवर्ग के वाहन के लिए ओटीएस करने पर पूर्ण रूप से माफ़ करने की अधिसूचना 30 सितंबर 22 को जारी कर 31 मार्च 23 तक इस स्कीम का लाभ लेने के लिए प्रेरित करने से अच्छे परिणाम आए ।
वाहन-4 पोर्टल पर फोकस से मिले बेहतर परिणाम :
परिवहन मंत्री श्री राजपूत के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश में 1 अगस्त 2022 से वाहन -4 पोर्टल की शुरुआत की गई । इस पोर्टल में पहले गैर परिवहन वाहनों का पंजीयन प्रारम्भ हुआ। बाद में 23 जनवरी 2023 से कमर्शियल वाहनों का पंजीयन इस पोर्टल पर प्रारम्भ कर दिया गया। परिवहन मंत्री श्री राजपूत द्वारा इस नवीन तकनीक को अपनाने हेतु सभी परिवहन अधिकारियों और ऑटोमोबाइल डीलर्स के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम, एनआईसी द्वारा चलवाने निर्देशित किया गया जिससे इस सिस्टम को समझा जा सके । परिवहन मंत्री द्वारा सिस्टम के उपयोग करने पर आने वाली कठिनाइयों के समाधान हेतु परिवहन विभाग और एनआईसी अधिकारियों को प्रतिदिन समीक्षा करने के निर्देश दिये गए थे। परिवहन मंत्री श्री राजपूत के इस पहल के सकारात्मक परिणाम सामने आये। वाहनों की नवीनतम मॉडल की कीमत समय से पोर्टल पर प्रदेश के परिवहन कार्यालयों को दिखने से लाइफ टाइम टैक्स का सही आँकलन हुआ है। इसके अलावा सारथी पोर्टल द्वारा लर्निंग लाइसेंस बनाने की फेसलेस प्रक्रिया को सरल करने से ड्राइविंग लाइसेंस के रूप में , लर्निंग लाइसेंस को परिवर्तित करने हेतु प्रदेश के नागरिक प्रेरित हुए, इससे विभाग को राजस्व की प्राप्ति हुई।
मोटरयान कर जमा नहीं करने वाले वाहनों पर सख्ती :
परिवहन मंत्री श्री राजपूत द्वारा विभागीय अमले को ऐसे वाहनों को भी चिन्हित करने निर्देश दिए गये जो लंबे समय से मोटरयान कर जमा नहीं कर रहे थे । ऐसे मोटरयानों को नोटिस देकर कर जमा करने का विकल्प दिया गया। विकल्प का उपयोग नहीं करने पर चेकपोस्ट और संभागीय सुरक्षा स्क्वाड द्वारा ऐसे वाहनों को जप्त कर बकाया कर जमा करने की आवश्यक कार्रवाई कराई गई। मंत्री श्री राजपूत के निर्देश पर समय-समय पर ओवरलोडिंग, बिना परमिट के वाहनो के संचालन और परमिट की शर्तों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के विरुद्ध अभियान चलाने के निर्देश के बाद परिवहन विभाग द्वारा की गई कार्रवाई से वाहन मालिकों और चालकों में उचित दस्तावेज रखकर वाहन चलाने की आदत विकसित हुई जिससे भी राजस्व प्राप्त हुआ है।
3800 करोड़ की जगह मिला 4012 करोड़ का राजस्व :
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के कुशल मार्गदर्शन में विभागीय अमले द्वारा किये गए अथक प्रयासों के कारण ही वित्तीय वर्ष 2022-23 का 3800 करोड़ का निर्धारित राजस्व संग्रहण का लक्ष्य 31 मार्च से 15 दिन पहले ही प्राप्त कर लिया था। उसके बाद बचे हुए दिनों में 31 मार्च 23 तक परिवहन विभाग ने 3800 करोड़ के विरुद्ध 4012 करोड़ का राजस्व प्राप्त कर यह सर्वकालीन रिकॉर्ड कायम किया है।
परिवहन मंत्री ने राजस्व रिकॉर्ड में बेहतर प्रदर्शन करने वालों जिलों के अधिकारियों और कर्मचारियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना करते हुए बधाई दी है साथ ही प्रोत्साहित करने हेतु पुरस्कृत करने की घोषणा की है।