नई दिल्ली: यूपी में 9 सीटों पर होने जा रहे उपचुनावों में सपा और कांग्रेस के बीच चल रही ‘खटपट’ के बीच इंडिया गठबंधन के लिए मध्य प्रदेश से भी कोई सकारात्मक खबर नहीं आ रही है. राज्य में होने वाले 2 विधानसभा सीटों बुधनी और विजयपुर के उपचुनाव में से समाजवादी पार्टी ने बुधनी विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. ऐसा तब हो रहा है जब इन दलों की इस बारे में बैठक हुई और कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने मिलकर उम्मीदवार को लेकर मंथन भी किया.
कांग्रेस ने बुधनी से पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल को उम्मीदवार बनाया और यह सूची आने के कुछ समय बाद ही समाजवादी पार्टी ने रविवार देर रात को बुधनी से अर्जुन आर्य को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता यश भारतीय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधनी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए अर्जुन आर्य को प्रत्याशी बनाया है. अर्जुन आर्य समाजवादी पार्टी के पुराने युवा नेता रहे हैं, उन्हें समाजवादी पार्टी के युवा फ्रंटल संगठनों का प्रभारी भी बनाया गया था. बुधनी उपचुनाव में प्रत्याशी बनाए जाने के साथ अर्जुन आर्य की समाजवादी पार्टी में घर वापसी हुई है.
हालांकि कांग्रेस के पूर्व विधायक और बुधनी के लिए उम्मीदवार चयन करने को बनाई गई कमेटी के सदस्य शैलेंद्र पटेल ने कहा है कि दोनों ही दलों के बीच आपसी समन्वय के बाद ही कांग्रेस ने उम्मीदवार घोषित किया है अभी नामांकन की अंतिम तारीख और नाम वापसी की तारीख शेष है. उन्हें उम्मीद है कि बात बन जाएगी.
रोचक मुकाबले के आसार
भाजपा ने बुधनी से पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को मैदान में उतारा है, तो वहीं विजयपुर से कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए मंत्री रामनिवास रावत को मौका दिया है. कांग्रेस ने भी रविवार की देर रात उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया. बुधनी से कांग्रेस ने पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल को मैदान में उतारा है, तो वही विजयपुर से भाजपा के बागी मुकेश मल्होत्रा को कांग्रेस ने मौका दिया है.
भाजपा की ओर से बुधनी विधानसभा में मैदान में उतारे गए रमाकांत भार्गव विदिशा संसदीय क्षेत्र से सांसद भी रह चुके हैं, जबकि विजयपुर के उम्मीदवार रामनिवास रावत कांग्रेस के छह बार विधायक रहे हैं. वर्तमान में वे मोहन यादव सरकार में वन मंत्री हैं. कांग्रेस ने बुधनी से राजकुमार पटेल को मौका दिया है, जो पूर्व में दिग्विजय सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं और विजयपुर से नए चेहरे मुकेश मल्होत्रा को मैदान में उतारा है. मल्होत्रा ने पिछले चुनाव में भाजपा से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था और उन्हें लगभग 45 हजार वोट मिले थे.
सीटों का समीकरण
बात बुधनी विधानसभा की करें, तो यहां सवर्ण बनाम पिछड़े वर्ग के उम्मीदवार बीच लड़ाई है, तो वहीं विजयपुर में पिछड़ा बना आदिवासी उम्मीदवार के बीच मुकाबला है. बुधनी से भाजपा उम्मीदवार रमाकांत भार्गव सामान्य ब्राह्मण वर्ग से हैं और राजकुमार पटेल पिछड़े वर्ग से, वही विजयपुर में रामनिवास रावत पिछड़े वर्ग से आते हैं, जबकि मुकेश मल्होत्रा आदिवासी वर्ग के हैं.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस ने जातीय गणित को ध्यान में रखकर उम्मीदवारों का चयन किया है. बुधनी का पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिनिधित्व किया है, जो किरार पिछड़े वर्ग से आते हैं और इस विधानसभा क्षेत्र में इस वर्ग की संख्या काफी है, वहीं विजयपुर से आदिवासी वर्ग को. यहां भी आदिवासी मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है. भाजपा ने उम्मीदवारों के चयन में बड़े चेहरों को महत्व दिया है. मुकाबला रोचक होने के आसार हैं.