नई दिल्ली: भारत से दुश्मनी मालदीव को मंहगी पड़ रही है, इंडियन टूरिस्ट के चलते अब श्रीलंका ने मालदीव को काफी पीछे छोड़ दिया है. 4 साल बाद विदेशी पर्यटकों के मामले में श्रीलंका अब मालदीव से आगे निकल गया है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक श्रीलंका में सबसे ज्यादा संख्या भारतीय पर्यटकों की रही, भारतीय पर्यटक अब मालदीव से दूरी बनाने लगे हैं.
मालदीव की एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंका के समुद्री तट अब भारतीय पर्यटकों के लिए मुफीद जगह साबित हो रही है. जनवरी महीने के आंकड़ों के मुताबिक मालदीव में जहां 1 लाख 92 हजार टूरिस्ट पहुंचे वहीं श्रीलंका में 2 लाख 8 हजार टूरिस्ट पहुंचे. श्रीलंका टूरिज्म के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी महीने में भारत से आने वाले पर्यटकों की संख्या 100 फीसदी तक बढ़ गई. श्रीलंका में भारतीय टूरिस्टों की संख्या 13 हजार 759 से बढ़कर 34,399 तक पहुंच गई. अगर साल 2023 की बात करें तो जनवरी महीने में 17 हाजर 29 भारतीय पर्यटक मालदीव पहुंचे थे, वहीं जनवरी 2024 में महज 15 हजार 6 टूरिस्ट ही मालदीव पहुंचे.
इस तरीके से बदला पर्यटकों का आंकडा
जनवरी 2024 में भारत से 34,399, रूस से 31,159, ब्रिटेन से 16,665, जर्मनी से 13,593 चीन से 11,511 पर्यटक श्रीलंका पहुंचे. वहीं मालदीव टूरिस्ट मार्केट की बात करें तो जनवरी में रूस पहले, चीन दूसरे, इटली तीसरे, ब्रिटेन चौथे और भारत पांचवें नंबर पर रहा. बता दें कि पीएम ने लक्षद्वीप यात्रा के बाद फोटो शेयर करते हुए भारतीयों से लक्षद्वीप आने की अपील की थी. इस दौरान पीएम मोदी कहा था कि अब लक्षद्वीप मालदीव जैसा हो गया है. इसके बाद से ही मालदीव और भारत के बीच टूरिज्म को लेकर विवाद शुरू हो गया था. रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंका में पिछले साल कुल 14 लाख 87 हजार टूरिस्ट पहुंचे थे, वहीं मालदीव में कुल 18 लाख 78 हजार टूरिस्ट पहुंचे थे, लेकिन विवाद के बाद अब आंकड़े बदल गए हैं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी भारतीय पर्यटकों से श्रीलंका जाने की अपील की थी. मालदीव के मंत्रियों द्वारा पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के बाद भारतीयों ने सोशल मीडिया पर “मालदीव बायकॉट” का हैशटैग भी चलाया था. इस अभियान में भारत के कई खिलाड़ी और फिल्म स्टार भी शामिल हुए.
पर्यटन से होती है मालदीव की मोटी कमाई- रिपोर्ट
भारतीयों के बॉयकाट के बाद मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने चीन की यात्रा की और वहां से वापस मालदीव आने के बाद भारत के खिलाप जमकर जहर उगला था. एक रिपोर्ट के मुताबिक मुइज्जू ने चीन सरकार से मालदीव में चीनी पर्यटकों को भेजने का भी आग्रह किया था. बता दें कि मालदीव की इकोनॉमी में पर्यटन का बड़ा योगदान है. वहीं भारत के बॉयकाट के बाद मालदीव के पर्यटन को बड़ा झटका लगा है.