देहरादून l नमाज की छुट्टी के अवकाश का पत्र सामने आने के बाद बीजेपी पूर्व सीएम हरीश रावत पर हमलावर हो गई है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि हरीश रावत को अब राजनीतिक से सन्यास ले लेना चाहिए। रावत अक्सर दावा करते थे कि यदि कोई इस प्रकार का आदेश होगा तो वो सन्यास ले लेंगे। जोशी ने कहा कि कांग्रेस के नेता अपने सिर पर उत्तराखंडी टोपी रखते हैं और जेब में कोई और।
जब कांग्रेस सरकार में रहती है तो तुष्टिकरण के लिए नमाज के लिए अवकाश घोषित करती है। और जब सत्ता से बाहर होती तो मुस्लिम युनिवर्सिटी खोलने का वादा करती है। जब इनका विरोध होता है सार्वजनिक मंचों से मुकरने लगती है। कांग्रेस की मंशा उत्तराखंड और देश की राष्ट्रवादी जनता के प्रति हमेशा से विद्वेषपूर्ण रही है। जोशी ने आशंका जाहिर की कि हो न हो कॉंग्रेस का भू सुधार कानून के वादे के पीछे भी एक खास समुदाय वर्ग को पहाड़ों में बसाने की योजना हो सकती है |
नमाज की छुट्टी और मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी पलटवार किया। कहा कि भाजपा झूठ प्रचारित कर रही है। भाजपा के जनता को बताने के लिए इस चुनाव में और कुछ नहीं है। इसलिए केवल हिंदू-मुसलमान कर रही है। भाजपा जरा बताए कि इतने साल के शासन में तुमने कितने बांग्लादेशी और घुसपैठिए देश से निकाले हैं? बकौल रावत, मैने छठ पूजा, करवाचौथ, संत शिरोमणि रैदास जी की जयंति पर भी अवकाश किए। रही बात मुस्लिम यूनिवर्सिटी की तो कांग्रेस ने हरिद्वार में संस्कृत विश्वविद्यालय बनाया।
खबर इनपुट एजेंसी से