नई दिल्ली। पटियाला में गुरुवार को नवजोत सिंह सिद्धू के घर पर बैठक हुई. इस बैठक में नवजोत सिंह सिद्धू और उनके गुट के नेताओं ने फैसला लिया है कि लोकसभा चुनाव में वो ना तो कांग्रेस के प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करेंगे और ना ही किसी भी कार्यक्रम में कांग्रेस प्रत्याशी के साथ चलेंगे. इस बैठक में नवजोत सिंह सिद्धू के अलावा पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष शमशेर सिंह दुल्लो, पूर्व विधायक नाजर सिंह मानशाहिया, जगदेव सिंह कमालू, महेश इंद्र सिंह और भटिंडा देहाती के कांग्रेस इंचार्ज हरबिंदर लाडी समेत कई कांग्रेस नेता मौजूद रहे.
इस बैठक में तय हुआ कि जब पार्टी को जरूरत होती है तो उनको नवजोत सिंह सिद्धू की याद आ जाती है लेकिन चुनाव के बाद में उनको अनदेखा कर दिया जाता है. पार्टी ने जिस समय लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी तय किए थे उस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू से कोई चर्चा नहीं की गई. लेकिन अब चुनाव प्रचार के लिए उम्मीदवार सिद्धू के साथ संपर्क साध प्रचार के लिए रैलियां करने का निवेदन कर रहे हैं.
सिद्धू पार्टी से नाराज
सिद्धू खेमे का कहना है कि जब नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी को मजबूती देने के लिए पूरे पंजाब में रैलियां कर रहे थे, तब सिद्धू की रैलियां आयोजित कराने वाले कई नेताओं को बेवजह पार्टी से निकाल दिया गया. मीटिंग में तय हुआ है कि सिद्धू गुट का कोई भी नेता पार्टी के प्रत्याशियों के समर्थन में तब तक चुनाव प्रचार नहीं करेगा जब तक कांग्रेस आलाकमान नवजोत सिंह सिद्धू से इस पूरे मामले को लेकर चर्चा नहीं करते और पार्टी से निकाले गए सिद्धू गुट के नेताओं को फिर से कांग्रेस में शामिल नहीं किया जाता.
टिकट से कर दिया था इंकार
बता दें, नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी पत्नी की खराब तबियत का हवाला देते हुए पटियाला लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था और उसके बाद अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए वो IPL से जुड़ गए. फिलहाल सिद्धू IPL में बतौर कॉमेंटेटर शामिल हैं. IPL में शामिल होने के चलते सिद्धू ने राजनीतिक कार्यक्रमों से दूरियां बनाई रखी है. नवजोत सिंह सिद्धू की अपने गुट के नेताओं के साथ लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हुई इस बैठक से एक बार फिर से पंजाब कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू वर्सेज ऑल की स्थिति बन सकती है.