नई दिल्ली: संसद का आगामी बजट सत्र 22 जुलाई से शुरू होने जा रहा है और इसके 12 अगस्त तक चलने की संभावना है। यह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा संसद सत्र है और इसलिए केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा और केंद्र सरकार कई स्तरों पर इसे लेकर तैयारी कर रही है। लोकसभा में विपक्ष के नेता बनने के बाद राहुल गांधी ने पिछले सत्र के दौरान, जिस अंदाज में सरकार को घेरने की कोशिश की थी और जिस तरह से विपक्ष के कई राजनीतिक दल राहुल गांधी का साथ देते नजर आए।
सरकार ने तैयार की काउंटर रणनीति
पिछले सत्र में विपक्ष के रवैये को देखते हुए भाजपा और सरकार ने सोमवार से शुरू होने जा रहे सत्र को लेकर काउंटर रणनीति तैयार कर ली है। बताया जा रहा है कि संसद सत्र के दौरान भाजपा, एनडीए गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ मिलकर उन तमाम मुद्दों पर एक साझा जवाब तैयार करेगी, जिन मुद्दों को सदन में उठाने की तैयारी विपक्षी दल कर रहे हैं। सरकार के रणनीतिकारों का जोर इस बात पर ज्यादा होगा कि विपक्षी दलों के आरोपों और हमलों का जवाब एनडीए गठबंधन में शामिल सभी दल एक सुर में देते हुए नजर आएं।
23 जुलाई को पेश होगा बजट
बता दें कि सोमवार से शुरू होने जा रहे संसद सत्र के दूसरे दिन 23 जुलाई को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सुबह 11 बजे लोकसभा में मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश करेंगी। सरकार आगामी बजट सत्र के दौरान, केंद्रीय बजट पारित करवाने के साथ ही 5 अन्य विधेयकों – आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक-2024, बॉयलर विधेयक-2024, भारतीय वायुयान विधेयक-2024, कॉफी (संवर्धन और विकास) विधेयक-2024 और रबड़ (संवर्धन और विकास) विधेयक-2024 भी पारित करवाने का प्रयास करेगी।
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर संघ राज्य क्षेत्र का बजट पेश करना और चर्चा के बाद पारित करवाना भी सरकार के एजेंडे में शामिल है।