नई दिल्ली l WhatsApp ने लंबे समय की टेस्टिंग के बाद कम्युनिटी फीचर का आधिकारिक एलान कर दिया है। WhatsApp का कम्युनिटी फीचर उसके ग्रुप फीचर का ही विस्तार है। व्हाट्सएप के कम्युनिटी फीचर को कुछ महीने पहले वेब के बीटा वर्जन पर देखा गया था और अब कंपनी ने इसके बारे में आधिकारिक जानकारी दी है, हालांकि अभी भी यह साफ नहीं है कि इस फीचर को कब से यूजर्स के लिए जारी किया जाएगा। आइए समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर क्या है व्हाट्सएप का कम्युनिटी फीचर और इसके फायदे क्या-क्या हैं?
WhatsApp का कम्युनिटी फीचर
कम्युनिटी फीचर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप 10 ग्रुप को मिलाकर एक कम्युनिटी बना सकेंगे और उसके बाद एक कम्युनिटी के जरिए आप सभी (10) ग्रुप में किसी मैसेज को एक साथ भेज सकेंगे। व्हाट्सएप का यह कम्युनिटी फीचर स्कूल, कल्ब और किसी संस्था के लिए काफी मददगार साबित होगा। सभी कम्युनिटी का एक डिस्क्रिप्शन होगा जिसे सभी यूजर्स देख सकेंगे।
इसके सबसे बड़ा फायदा यह भी है कि कम्युनिटी में जुड़ा सदस्य कम्युनिटी के ग्रुप के मेंबर का फोन नंबर नहीं देख सकेंगे, हालांकि एडमिन के पास यह अधिकार होगा। ग्रुप एडमिन के पास कम्युनिटी का पूरा कंट्रोल होगा।
WhatsApp ग्रुप की तरह कम्युनिटी का भी एक एडमिन होगा जो कि यह तय करेगा कि किस ग्रुप में कौन मैसेज करेगा और कौन नहीं। इसके अलावा यदि कोई मेंबर कम्युनिटी को छोड़ता है तो वह उस कम्युनिटी के साथ लिंक अन्य ग्रुप को भी नहीं देख पाएगा। कम्युनिटी फीचर का मकसद कई तरह के ग्रुप को एक साथ लाने का है। आमतौर पर एक यूजर्स के पास कम-से-कम पांच ग्रुप होते हैं।
कम्युनिटी फीचर के आने के बाद इन ग्रुप्स को एक साथ मैनेज करने में आसानी होगी। कम्युनिटी फीचर एक तरह से ब्रॉडकास्ट जैसा ही होगा। कम्युनिटी में शामिल यूजर्स के पास अब्यूज को रिपोर्ट करने, अकाउंट की शिकायत करने और कम्युनिटी छोड़ने का विकल्प होगा। मैसेज और ग्रुप की तरह ही कम्युनिटी भी पूरी तरह से एंड-टू-एंड एंक्रिप्टेड होगा।