नई दिल्ली। भारत में एआई को लेकर जागरुकता लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि एनएचआई अब जल्दी ही ज्यादा टोल कलेक्शन करने वाले टोल प्लाजा पर ऑडिट कैमरे लगाने पर विचार कर रहा है। इसके बाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का उपयोग करके इसका ऑडिट किया जाएगा।
गुरुवार को संसद में अपनी बात रखते हुए केंद्रीय मंत्री ने एआई के उपयोग पर भी जोर दिया। टोल प्लाजा कलेक्शन में उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर के अतरैला शिव गुलाम प्लाजा की घटना का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य एआई ऑडिट के माध्यम से अमान्य/ गैर फास्टैग वाहनों के नकदी कलेक्शन की प्रक्रिया को मजबूत करना है।
इसके साथ ही टोल प्लाजा पर रसीदों और गुजरने वाले वाहनों की संख्या पर भी सख्ती से निगरानी करने का विचार किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल कलेक्शन से संबंधित धोखाधड़ी से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नियमों पर द्रुमक के सांसद के सवालों का जवाब दे रहे थे।
केंद्रीय मंत्री ने आगामी प्रोजक्ट्स की जानकारी देते हुए कहा कि हम बैरियर लैस टोल प्लाजा के पायलट प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं। इसके तहत एनएचआई ने घरौंदा, चोरयासी, नेमिली, और द्वारका एक्सप्रेस-वे पर पांच टोल प्लाजा पर फास्टैग और एएनपीआर के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं। इसके माध्यम से बैरियर लैस टोल प्लाजा के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे, जबकि गैर-फास्टैग वाहनों के लिए ई-नोटिस का प्रस्ताव है, जिससे टोल संग्रह प्रणाली से नकद धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगा।