नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पहलगाम में टूरिस्टों पर गत 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की जांच आधिकारिक तौर पर अपने हाथ में ले ली है। हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, लेकिन NIA ने आतंकी हमले के राज खोलने का जिम्मा उठा लिया है। गृह मंत्रालय (MHA) से मंजूरी मिलते ही एजेंसी एक्शन मोड में आ गई है। देश के केंद्रीय गृह मंत्रालय के आतंकवाद और काउंटर रेडिकलाइजेशन (CTCR) प्रभाग से जारी आदेश के बाद शनिवार देर रात एक नई प्राथमिकी दर्ज की, क्योंकि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी, द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
एजेंसी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि बुधवार सुबह ही बैसरन घाटी में टीमें पहुंच गई थीं। एक महानिरीक्षक (IG), एक उप महानिरीक्षक (DIG) और एक पुलिस अधीक्षक (SP) सहित वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में टीमें शांत बैसरन घाटी में हुए हमले की जांच कर रही हैं। जांच को आगे बढ़ाते हुए चश्मदीदों के बयान लिए जा रहे हैं। आतंकवादियों के हमला करने के तरीके पर रिसर्च की जा रही है। एंट्री पॉइंट, एग्जिट पॉइंट तलाशने का प्रयास किया जा रहा है। फोरेंसिक एक्सपर्ट सबूत जुटाने के लिए पूरे इलाके की खंगाल रहे हैं। कश्मीर पुलिस से FIR, केस डायरी और सबूत ले लिए है। स्लीपर सेल्स की भूमिका की जांच भी करेंगे कि क्या उन्होंने आतंकियों के लिए रेकी की थी?
14 आतंकियों की सूची जारी कर चुकी NIA
बता दें कि NIA केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में सक्रिय 14 स्थानीय आतंकवादियों की सूची जारी कर चुकी है। 20 से 40 वर्ष के यह 14 लोग पाकिस्तान से आने वाले आतंकवादियों को रसद और जमीनी सहायता प्रदान करके मदद करते हैं। इन 14 आतंकियों में से 3 आतंकी पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन, 8 आतंकी लश्कर-ए-तैयबा (LET), 3 आतंकी जैश-ए-मोहम्मद (JEM) से जुड़े हैं।
इन आतंकियों के नाम आदिल रहमान डेन्टू (21), आसिफ अहमद शेख (28), अहसान अहमद शेख (23), हारिस नजीर (20), आमिर नजीर वानी (20), यावर अहमद भट, आसिफ अहमद खांडे (24), नसीर अहमद वानी (21), शाहिद अहमद कुटे (27), आमिर अहमद डार, अदनान सफी डार, जुबैर अहमद वानी (39), हारून राशिद गनई (32), और जाकिर अहमद गनी (29) हैं। एजेंसियां इन 14 आतंकवादियों और हमले में शामिल 5 आतंकवादियों के बीच संबंधों का पता लगाने में लगी हुई हैं।