नई दिल्ली: देश में जाति को लेकर समय-समय पर बयानबाजियां होती रही हैं. जातिवाद पर सियासत भी होती रही है. इस बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कास्ट पॉलिटिक्स को लेकर भड़क गए. गडकरी ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र में इस समय जातिवाद की पॉलिटिक्स हो रही है. मैं जात-पात को नहीं मानता. जो करेगा जात की बात, उसको मारूंगा कसकर लात.
उन्होंने कहा कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में 40 फीसदी मुसलमान हैं. मैंने उनको पहले ही कहा है, मैं आरएसएस वाला हूं. मैं हाफ चड्ढी वाला हूं. किसी को वोट देने से पहले सोच लो कि बाद में पछताना ना पड़े. जो वोट देगा, मैं उसका काम करूंगा और जो नहीं देगा, मैं उसका भी काम करूंगा.
महाराष्ट्र में इस साल होने हैं चुनाव
महाराष्ट्र में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. विधानसभा का कार्यकाल इस साल 26 नवंबर को खत्म हो जाएगा. अक्टूबर-नवंबर में यहां की 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होंगे.
पिछले चुनाव में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं. हालांकि, चुनाव के बाद शिवसेना एनडीए से अलग हो गई और उसने एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली. शिवसेना के उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने.
जून 2022 में शिवसेना में आंतरिक कलह हो गई. इसके बाद एकनाथ शिंदे ने पार्टी के 40 विधायकों को तोड़ दिया. एकनाथ शिंदे बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए. अब शिवसेना दो गुटों में बंट चुकी है. शरद पवार की एनसीपी भी दो गुट- शरद पवार और अजित पवार में बंट गई है. शरद पवार ने हाल में दावा किया है कि महाराष्ट्र में इस साल चुनाव में महाविकास अघाड़ी (एनसीपी (एसपी)+ कांग्रेस+ शिवेसना (ठाकरे गुट)) 225 सीटें जीतेगी.
महाराष्ट्र में लोकसभा में ऐसे रहे नतीजे
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों के लिए बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट) और अजित पवार की एनसीपी ने मिलकर चुनाव लड़ा था. हालांकि, 2019 की तुलना में इस बार महाराष्ट्र में एनडीए को काफी नुकसान हुआ है. तीनों पार्टियां मिलकर सिर्फ 19 सीटें ही जीत सकी. इनमें बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुटे) ने 9-9 और अजित पवार की एनसीपी ने 1 सीट पर जीत हासिल की. दूसरी ओर, इंडिया ब्लॉक ने 28 सीटें जीतीं. कांग्रेस ने 13, शरद पवार की एनसीपी ने 8 और शिवसेना (ठाकरे गुट) ने 7 सीटें जीतीं. एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की है.