पटना: आरजेडी के नेता और बिहार सरकार में मंत्री आलोक मेहता ने विवाद खड़ा कर देने वाला बयान दिया है. उनका मानना है कि केंद्र सरकार लोकसभा चुनाव से पहले फर्जी सर्जिकल स्ट्राइक करा सकती है. वह गुरुवार को राज्य के बेतिया में आरजेडी कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में पहुंचे थे. राजस्व व गन्ना मंत्री आलोक मेहता ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने 47 सेना के जवानों की बलि चढ़ा दी और फर्जी सर्जिकल स्ट्राइक किया. इस बार के चुनाव से पहले भी बीजेपी कोई बड़ी घटना करा सकती है इसलिए हम सभी को सतर्क करने की जरूरत है.
बिहार के राजस्व व गन्ना मंत्री आलोक मेहता ने यह भी कहा कि गुजरात 2002 के चुनाव में नरेंद्र मोदी को पता था कि वह बुरी तरह से हारने वाले थे, तो चुनाव जीतने के लिए दंगा करवा दिए. उनका इतिहास रहा है कि चुनाव जीतने के लिए कुछ भी करवा सकते हैं.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा जिस प्रकार से देश के सभी सरकारी संस्थानों को निजी कंपनियों के हाथ बेचा जा रहा है, उसका मतलब है कि देश में यह आरक्षण समाप्त करने का षड्यंत्र है. यह देश बाबा साहब के संविधान से चलेगा न कि नागपुरिया कानून से. हम नागपुरिया कानून को देश में लागू नहीं होने देंगे. आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी मंदिर-मठ पर कब्जा करना चाहती है. भगवान राम को हम सभी मानते हैं. राम और कृष्णा हमारे आध्यात्मिक विरासत हैं. तुम्हारे बाप के कब से हो गए है.
राम मंदिर के उद्घाटन समारोह से विपक्ष का किनारा
दरअसल, अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को किया जाएगा. राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से पार्टियों के मुखिया और राज्यों के मुख्यमंत्रियों को समारोह में शामिल होने के लिए न्योता भेजा गया है. आरजेडी नेता इस समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं. यही नहीं, रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस सहित इंडिया गठबंधन के अधिकतर घटक दल शामिल नहीं हो रहे हैं. हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समारोह में शामिल होने को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं.