मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने स्कूली बच्चों पर ‘बोझ’ को कम करने के लिए बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा 1 से 12वीं तक स्कूलों में हफ्ते में एक दिन No Bag Day रखने का फैसला किया है. यानी छात्र एक दिन बगैर बैग लिए स्कूल आएंगे. इसके अलावा एक दिन नो होमवर्क के लिए भी रखा गया है. यह व्यवस्था सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों पर लागू होगी.
सरकार ने कक्षा के हिसाब से छात्रों के स्कूल बैग का वजन भी अलग-अलग निर्धारित कर दिया है. कक्षा 1 से 2 तक के छात्रों के बैग का वजन 1.6 से 2.2 किलोग्राम होगा. कक्षा 3 से 5वीं तक 1.7 से 2.5 किलोग्राम, कक्षा 6 से 7वीं तक 2 से 3 किलोग्राम, कक्षा 8 से 9वीं तक चार किलोग्राम तक और कक्षा 10वीं से ऊपर के छात्रों के बैग का वजन 4.5 किलोग्राम तय किया गया है.
हफ्ते में एक दिन स्कूल में नो बैग डे
एमपी सरकार की नई पॉलिसी के मुताबिक, कक्षा 1 से 12वीं तक बच्चों के लिए स्कूल में हफ्ते में एक दिन नो बैग डे होगा. वहीं, नर्सरी से दूसरी तक के छात्रों के लिए हफ्ते में 1 दिन होमवर्क नहीं दिया जाएगा.
स्कूल शिक्षा विभाग ने इस आदेश को लागू कर दिया है. 2024-25 में इसे सख्ती के साथ लागू किया जाएगा. माना जा रहा है कि राज्य सरकार के इस फैसले से भारी-भारी बैग के बोझ से परेशान होने वाले स्टूडेंट्स को बड़ी राहत मिलेगी. इससे बच्चों के अंदर पढ़ने में भी दिलचस्पी बढ़ेगी.
सरकार ने साफ कहा कि जो भी स्कूल इन निर्देशों का पालन नहीं करेगा उसके खिलाफ शिक्षा विभाग कार्रवाई करेगा. इसकी जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपी जाएगी. अधिकारी हर तीन महीने में सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों का निरीक्षण कर इसकी पड़ताल करेंगे.