नई दिल्ली। क्रिकेट को अनिश्चितताओं का खेल माना जाता है. इस खेल में कई ऐसे धांसू रिकॉर्ड है जिसे तोड़ना नामुमकिन है. क्रिकेट की दुनिया में कई ऐसे गेंदबाज और बल्लेबाज है, जिन्होंने अपने करियर में जो रिकॉर्ड कायम था, वो आज तक कायम है. उस रिकॉर्ड को अब तक कोई भी खिलाड़ी नहीं तोड़ पाया है और आगे भी खिलाड़ियों के लिए तोड़ना नामुमकिन लगता है.
1347 विकेट का वर्ल्ड रिकॉर्ड
श्रीलंका के दिग्गज ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 1347 विकेट है. मुरलीधरन के इस वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ पाना फिलहाल किसी भी गेंदबाज के लिए नामुमकिन जैसा ही लगता है. इस दिग्गज स्पिनर ने अपने करियर में 133 टेस्ट, 350 वनडे और 12 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं और इन सभी में उन्होंने कुल मिलाकर 1347 विकेट हासिल किए हैं. वह क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं.
सबसे ज्यादा विकेट लेने का विश्व रिकॉर्ड
इंटरनेशनल क्रिकेट में 1347 विकेट लेने का महारिकॉर्ड सिर्फ मुरलीधरन के नाम ही है. उनके के इस वर्ल्ड रिकॉर्ड के पास भी पहुंचना किसी भी गेंदबाज के बस की बात नहीं है. मुरलीधरन के नाम टेस्ट क्रिकेट और वनडे क्रिकेट इतिहास में भी सबसे ज्यादा विकेट लेने का विश्व रिकॉर्ड है. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 800 विकेट और वनडे क्रिकेट में 534 विकेट लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना रखा है. वहीं, टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में मुरलीधरन ने 13 विकेट है.
वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ना नामुमकिन
मुरलीधरन के 1347 इंटरनेशनल विकेट के वर्ल्ड रिकॉर्ड के करीब भी पहुंचना फिलहाल किसी गेंदबाज के लिए मुश्किल लग रहा है. मुथैया के अनोखे रिकॉर्ड को तोड़ने में किसी भी गेंदबाज के लिए 10 से 15 साल तक लग सकता है. टी20 क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता के कारण गेंदबाजों को अब विकेट कम और मार ज्यादा पड़ती है. ऐसे में मौजूदा दौर में बल्लेबाजों का दबदबा ज्यादा है और इसे देखते हुए किसी गेंदबाज के लिए मुरलीधरन के वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ना नामुमकिन के बराबर है.
गेंदबाजी एक्शन की जांच से भी गुजरे
मुथैया मुरलीधरन को साल 1996 वर्ल्ड कप से पहले अपने गेंदबाजी एक्शन के जांच से गुजरना पड़ा था. लेकिन इस जांच में उसे क्लीन चिट मिल गई थी और उनके बॉलिंग एक्शन को आईसीसी ने हरी झंडी दे दी थी. इसके बाद फिर साल 2004 में मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने फिर मुरलीधरन के एक्शन पर सवाल खड़े किए. 2006 में भी मुरलीधरन ने बायोमेकेनिकल टेस्टिंग कराई और एक बार फिर उनका एक्शन वैध पाया गया.
2011 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत से हार के बाद करियर खत्म
मुथैया मुरलीधरन का इंटरनेशनल करियर 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत से हार के बाद खत्म हो गया था. यह उनका आखिरी इंटरनेशनल मैच भी था. मुरलीधरन के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट ऑस्ट्रेलिया के महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने झटके थे. शेन वॉर्न ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 1001 विकेट हासिल किए थे