नई दिल्ली: अभी अगर आपको वीडियो कॉल करने को कहा जाए तो आप क्या करेंगे? आप फोन या लैपटॉप में किसी ना किसी वीडियो कॉलिंग ऐप की मदद लेंगे. मोबाइल फोन वीडियो कॉल से करने जा रहे हैं तो वाईफाई इंटरनेट या सिम नेटवर्क किसी एक चीज का होना जरूरी है. लेकिन आने वाले समय में ऐसा नहीं होगा.
जल्द ही फोन यूजर बिना इंटरनेट और सिम कार्ड के भी वीडियो कॉलिंग कर सकेंगे. ऐसा मुमकिन होगा D2M (डायरेक्ट-टू-मोबाइल) सर्विस की वजह से. सूचना और प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा के अनुसार देश के 19 शहरों में इस सर्विस की टेस्टिंग की जाएगी. इस टेक्नोलॉजी का बड़ा फायदा ये होगा कि देश का लगभग 30 प्रतिशत ट्रैफिक D2M सर्विस पर शिफ्ट होगा जाएगा, जिससे 5G नेटवर्क में आ रही समस्या दूर होगी. इस सर्विस के ट्रायल के लिए पिछले साल बेंगलुरू और नोएडा में पायलट प्रोजेक्ट चलाए गए थे.
डायरेक्ट-टू-मोबाइल सर्विस क्या है?
डायरेक्ट-टू-मोबाइल (D2M) सर्विस एक नई टेक्नोलॉजी है जो बिना इंटरनेट कनेक्शन के मोबाइल डिवाइस पर लाइव टीवी और वीडियो देखने की सुविधा देती है. यह टेक्नोलॉजी FM रेडियो की तरह काम करती है, जो रेडियो सिग्नल का इस्तेमाल करके ऑडियो को मोबाइल डिवाइस तक पहुंचाती है.
D2M सर्विस के कई फायदे हैं. सबसे पहले, यह इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत को खत्म करता है, जिससे यह दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अधिक सुलभ हो सकता है. दूसरा, यह वीडियो स्ट्रीमिंग की क्वालिटी में सुधार कर सकता है, क्योंकि यह इंटरनेट ट्रैफिक पर निर्भर नहीं करता है. तीसरा, यह मोबाइल डेटा की खपत को कम कर सकता है.
D2M सर्विस को भारत में अभी भी डेवलप किया जा रहा है. भारत सरकार ने D2M सर्विस को बढ़ावा देने के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी की है. उम्मीद है कि D2M सर्विस जल्द ही भारत में उपलब्ध हो जाएगी.
D2M सर्विस कहां-कहां आएगी काम
लाइव टीवी और वीडियो देखने के लिए: D2M सर्विस का उपयोग करके, आप बिना इंटरनेट कनेक्शन के अपने पसंदीदा टीवी चैनल और वीडियो देख सकते हैं.
इमरजेंसी अलर्ट भेजने के लिए: D2M सर्विस का उपयोग करके, सरकार आपदाओं और दूसरी इमरजेंसी के बारे में अलर्ट भेजे जा सकते हैं.
एजुकेशन और एंटरटेनमेंट के लिए: D2M सर्विस का इस्तेमाल करके, स्कूल और कॉलेज ऑनलाइन सिलेबस दे सकते हैं. सरकार भी शिक्षा और मनोरंजन के लिए D2M सर्विस का उपयोग कर सकती है.