इस बार 95वें एकेडमी अवॉर्ड्स (ऑस्कर्स) में भारतीय फिल्मों की धूम देखी जा रही है. दुनियाभर की 301 फिल्में ऑस्कर्स की एलिजिबिलिटी लिस्ट में शामिल हुई हैं, जिनमें से 11 फिल्में भारतीय हैं. इनमें चार फिल्में साउथ इंडियन सिनेमा की हैं, जबकि 4 ही फिल्में बॉलीवुड की भी हैं. इसके अलावा तीन क्षेत्रियों भाषाओं की फिल्मों ने भी लिस्ट में जगह बनाई है.
इस साल गुजराती फिल्म द लास्ट फिल्म शो ऑस्कर्स के लिए भारत की ऑफिशियल एंट्री है. ये एक गुजराती भाषा की फिल्म है, जिसका निर्देशन पान नलिनी ने किया है. इसने भारत में कई बड़ी फिल्मों को पीछे छोड़ते हुए ऑफिशियल एंट्री हासिल करने में कामयाबी हासिल की है. हाल ही में प्रियंका चोपड़ा ने यूएसए में अपने घर पर इस फिल्म की खास स्क्रीनिंग रखी थी.
चार बॉलीवुड और चार साउथ की फिल्मं लिस्ट में
बीते रोज़ ऑस्कर्स की ओर से नॉमिनेशंस की फाइनल रेस के लिए दुनियाभर से 301 फिल्मों को चुना गया. इनमें बॉलीवुड की चार फिल्में थीं, जिसमें संजय लीला भंसाली की निर्देशित और आलिया भट्ट स्टारर फिल्म गंगुबाई कठियावीड़, विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स, आर माधवन स्टारर और निर्देशित रॉकेट्री: द नाम्बी इफेक्ट और सेंथिल कुमार अलामुथू के निर्देशन में बनी फिल्म द नेक्स्ट मॉर्निंग शामिल है.
दक्षिण भारतीय सिनेमा की भी चार फिल्मों में लिस्ट में जगह बनाई है. इनमें एस एस राजामौली के निर्देशन में बनी आरआरआर (तेलुगू), ऋषभ शेट्टी स्टारर और निर्देशित कंतारा (कन्नड़), अनुप भंडारी के निर्देशन में बनी विक्रांत रोना (कन्नड़) और प्रतिभन के निर्देशन में बनी इरविन निझाल (तमिल) शामिल हैं.
मराठी गुजराती फिल्में भी लिस्ट में
गुजराती फिल्म द लास्ट शो तो इस बार आधिकारिक एंट्री है. इसके अलावा संजय माधवराव के निर्देशन में बनी तुज्या साथी कहिनी और निपुण अविनाष धर्माधिकारी के निर्देशन में बनी मी वसंतराव, दो मराठी फिल्में हैं, जिसने इस बार इतिहास रचा है. ये फिल्में अलग अलग कैटगरी में दुनियाभर की फिल्मों के साथ अवॉर्ड की रेस में शामिल हो गई हैं. हालांकि ये नॉमिनेशन की फाइनल लिस्ट में जगह बना पाएंगी या नहीं ये तो 24 जनवरी को पता चलेगा. 12 मार्च को ऑस्कर्स अवॉर्ड्स समारोह का आयोजन होगा.