मंत्रों की शक्ति को पूरी दुनिया मान चुकी है। हर मंत्र के उच्चारण का अपना अलग महत्व है। सिर्फ ओम शब्द में ही कितनी शक्ति है ये सभी जानते हैं। पेट की गहराइयों से निकलने वाला ये सुर अगर सही योगासन के साथ किया जाए तो कई समस्याओं से निजात दिलाता है। मस्तिष्क को आराम देने के साथ साथ ये एक शब्द का मंत्र श्वास की नली को साफ करता है।
साथ ही डाइजेशन को ठीक रखने वाला भी माना जाता है। सिर्फ यही नहीं ऐसे और भी मंत्र हैं जो कई रोगों में जपने पर राहत देते हैं। हालांकि गंभीर स्थिति में होने पर डॉक्टर की सलाह जरूर ली जानी चाहिए। लेकिन उन दवाओं के विज्ञान के साथ मंत्रों की हीलिंग पावर अगर जुड़ जाए तो फिर जल्दी राहत मिलने की उम्मीद बंध जाती है। चलिए जानते हैं कि किस मंत्र से किस रोग के लिए मिलती है हीलिंग पावर।
इन मंत्रों से मिलेगी राहत
अच्छी सेहत के लिए सिर्फ एक छोटे से मंत्र का जाप करें। ये मंत्र है॥ सोहम ॥
अगर रक्तचाप पर नियंत्रण रखना चाहते हैं तो रोजाना एक मंत्र का जाप करें। ये मंत्र भी बहुत छोटा सा है। बीपी पर कंट्रोल रखने के लिए प्रतिदिन ॥ हृीं॥ का जाप करें। इसके अलावा एक अन्य मंत्र का जाप जरूर करें। ये मंत्र है॥ ॐ भवानी पादुरंगा॥ इस मंत्र का जाप रोजाना सुबह खाली पेट कम से कम 21 बार करना चाहिए।
शुगर पेशेंट हैं तो जपे ये मंत्र
शुगर पेशेंट्स को भी बीपी के मरीजों की तरह ॥हृीं॥ मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र के जाप का एक तरीका है उस तरीके का पालन किया जाना चाहिए। मंत्र का जाप करते समय वज्रासन लगाकर बैठ जाएं। सारा ध्यान अपनी नाभि पर केंद्रित कर दें। अब इस मंत्र का जाप करें। इस मंत्र का जाप जोर से बोलकर भी करने से लाभ होता है। मंत्र उच्चारण का प्रेशर नाभि पर पड़ता है। जो शरीर में बैलेंस बनाते हैं और टॉक्सिन्स को रिलीज कर देते है।
काम का स्ट्रेस और थकान दूर करे ये मंत्र
दिन भर ऑफिस के काम का स्ट्रेस है, थकान है तो आप ॥लं॥ मंत्र का उच्चारण करें। वैसे तो इसका पांच माला जाप करना चाहिए। ऐसा न भी कर सकें तो कुछ देर इस मंत्र का जाप करके थकान जरूर मिटा लें।
डाइजेशन और बुखार से जुड़ी समस्या
अगर आप अपच यानि कि डाइजेशन से जुड़ी किसी समस्या से ग्रस्त रहते हैं तो सुखासन या वज्रासन लगाएं। इस आसन में बैठे हुए ॥ॐ॥ का जाप करें। इस मंत्र के अलावा आप ॥रं॥ मंत्र का भी जाप कर सकते हैं।
अगर किसी को तेज बुखार है तो दवा के साथ-साथ उसे ॥ ॐ नमो भगवते रूद्राय ॥ का जाप सुनाएं। बुखार में रोगी खुद इस मंत्र का जाप कर सके ये मुश्किल है। लेकिन उसके परिजन भी उसके पास बैठकर इस मंत्र का जाप उसे सुना सकते हैं।
घातक रोग से छुटकारा
किसी घातक रोग से छुटकारा पाने के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जाता है।
॥ओम त्रयंबकं यजामहे, सुगंधिम् पुष्टिवर्धनम्
उर्वारूकमिव बंधनान, मृर्त्योमोक्षीयमामृतात्॥
माइग्रेन से छुटकारा दिलाने वाले मंत्र
माइग्रेन होने पर भगवान शिव के मंत्र का जाप करना चाहिए। आपको अगर माइग्रेन की तकलीफ रहती है तो नियम से ॥ॐ नम: शिवाय॥ मंत्र का जाप करें। इससे दिमाग में शांति रहेगी।
हृदय से जुड़े रोग
हृदय से जुड़े किसी रोग से घिरे हैं तो आप भी रोज ॥ॐ नम: शिवाय:॥ का मंत्र का जाप कीजिए। सुखासन में बैठकर इस मंत्र का जाप करने से दिल की धड़कने सामान्य रहती हैं।
अनिद्रा की समस्या
जिन्हें अनिद्रा की समस्या है या फिर नींद बीच बीच में खुल जाती है। तो सोते समय पलंग पर लेट कर ॥ॐ अगस्ती शयीना:॥ मंत्र का जाप करें। मंत्र का जाप करते करते सुकून भरी नींद कब आ जाएगी पता भी नहीं चलेगी।