नई दिल्ली: वर्ल्ड क्रिकेट पर अब अचानक से एक धाकड़ बल्लेबाज छा गया है, जिसने भारत के महान बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे धुरंधरों को भी बहुत पीछे छोड़ दिया है. रोहित शर्मा और विराट कोहली ने पूरी दुनिया में रन बनाए हैं, लेकिन अब क्रिकेट की दुनिया पर इंग्लैंड का एक बल्लेबाज राज कर रहा है. इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज जो रूट सिर्फ 33 साल की उम्र में ही 34 टेस्ट शतक ठोक चुके हैं. जो रूट अभी तक 145 टेस्ट मैचों की 265 पारियों में 50.93 की बेहतरीन औसत से 12,377 रन बना चुके हैं. जो रूट टेस्ट क्रिकेट में 34 शतक और 64 अर्धशतक जड़ चुके हैं.
वर्ल्ड क्रिकेट में अब ये बल्लेबाज बन गया है सबसे महान
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने 33 वर्षीय जो रूट को सबसे महान बल्लेबाज घोषित किया है. जो रूट ने शनिवार को लॉर्ड्स में श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन अपना 34वां टेस्ट शतक जड़ा और भारत के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली. सुनील गावस्कर ने भी अपने टेस्ट करियर में 34 शतक ठोके थे. जो रूट ने इसके अलावा एलिस्टेयर कुक को पीछे छोड़ दिया और टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले इंग्लैंड के खिलाड़ी बन गए.
हो गई बड़ी भविष्यवाणी
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने बीबीसी से कहा, ‘यह एक बड़ी उपलब्धि है. यह मुकाम जो रूट ने अपनी तकनीक और क्षमता से हासिल किया. जो रूट एक दिग्गज बल्लेबाज और एक बेहतरीन रोल मॉडल भी हैं. साथ ही वह एक शानदार इंसान और बेहतरीन खिलाड़ी हैं. जो रूट के हालिया प्रदर्शन में उन्होंने इंग्लैंड की पहली पारी में 143 और दूसरी पारी में 103 रन बनाए, जिससे इंग्लैंड ने श्रीलंका के सामने 483 रनों का मुश्किल लक्ष्य रखा.
10 देशों के खिलाफ शतक बनाए
माइकल वॉन ने आसानी से रन बनाने में जो रूट की क्षमता पर कहा, ‘विपक्ष को हमेशा ऑफ साइड में स्क्वायर के पीछे चार फील्डर रखने पड़ते हैं, क्योंकि रूट वहां काफी आसानी से शॉट खेलते हैं. वह सामान्य रूप से खेल रहे हैं, बिना कोई जोखिम लिए स्ट्राइक रोटेट कर रहे हैं. कितनी बार आप देखते हैं कि उन्होंने कुछ ही समय में 25 रन बना लिए हैं? अनेक पुरस्कारों के बावजूद रूट, जिन्होंने 10 देशों के खिलाफ शतक बनाए हैं, अभी तक ऑस्ट्रेलिया में शतक नहीं बना पाए हैं, जो उनके शानदार रिकॉर्ड के लिए एक बड़ा दाग है.
केवल एक ही चीज की कमी
जो रूट के खेल में केवल एक ही चीज की कमी है, वह है ऑस्ट्रेलिया में उनका बड़ा शतक. लेकिन मैं कल्पना नहीं कर सकता कि अगले साल ऑस्ट्रेलिया में एशेज में वे इन आंकड़ों को नहीं बदलेंगे. कुक, जो 2012 में रूट के डेब्यू के समय कप्तान थे. वे भी रूट की शानदार बल्लेबाजी से खुश नजर आए. उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि किसी अन्य बल्लेबाज में इतनी आसानी से रन बनाने की क्षमता है. हमारे समय में केवल वॉन और इयान बेल जैसे इंग्लैंड के कुछ बहुत ही शानदार बल्लेबाज हुए हैं, लेकिन रूट इस स्तर से कहीं ऊपर नजर आते हैं.’