रुद्रप्रयाग : रुद्रप्रयाग के नरकोटा में उत्तराखंड का पहला सिग्नेचर ब्रिज तैयार हो रहा है. चारधाम यात्रा-2024 शुरू होने से पहले इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. 15 अप्रैल तक पुल पर आवाजाही शुरू हो जाएगी. इससे चारधाम यात्रियों के साथ ही चमोली और रुद्रप्रयाग की जनता को लाभ मिलेगा.
ता दें कि ऋषिकेश को चमोली और रुद्रप्रयाग जिले के अलावा बद्रीनाथ और केदारनाथ यात्रा की लाइफ लाइन माना जाता है. बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रुद्रप्रयाग से सात किमी दूर नरकोटा में सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है. लगभग 66 करोड़ की लागत से इस मोटरपुल का निर्माण हो रहा है.
पुल बनने से यात्रियों के समय की बचत होगी
110 मीटर की लंबाई वाले इस पुल की ऊंचाई तकरीबन 40 मीटर है. यह पुल ऑल वेदर सड़क परियोजना के तहत बनाया जा रहा है. नरकोटा में एनएच के बड़े हिस्से को रेलवे ने अधिकृत किया है. इसके बाद हाईवे के स्थान पर पुल बनाया जा रहा है.
स्थानीय लोगों के अलावा चारधाम यात्रियों को मिलेगा लाभ
उत्तराखड में यह पहला घुमावदार पुल बनकर तैयार हो रहा है. भारी-भरकम मशीनों से पुल को तैयार किया जा रहा है. इस पुल के बनने से यात्रियों के समय की भी बचत होगी. पुल का कार्य कर रही संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर रूपेश मिश्रा ने बताया कि 66 करोड़ की लागत से इस पुल का निर्माण किया जा रहा है. आगामी यात्रा सीजन से पहले इसका निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है. इससे स्थानीय लोगों के अलावा चारधाम यात्रियों को लाभ मिलेगा.