देहरादून : क्रिसमस के मौके पर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई. उत्तराखंड पुलिस के आला अधिकारियों ने इस पर अब एक्शन लिया है. सिटी में पेट्रोलिंग यूनिट (CPU) का गठन इसलिए किया गया था ताकि शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सके. सीपीयू में तैनात पुलिस कर्मी ट्रैफिक की व्यवस्था को संभाले और शहर में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो. ये पुलिसकर्मी नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई कर यातायात व्यवस्था दुरुस्त रख सके. इसके ठीक उलट यातायात व्यवस्था सुधारने के बजाय सीपीयू का ध्यान हर समय वाहन चालकों का चालान करने पर रहता है. यह लापरवाही 25 दिसंबर को क्रिसमस पर पुलिस अधिकारियों ने अपने आंखों से देखी है.
पुलिस के उच्चाधिकारी जब क्रिसमस से पहले देहरादून की सड़कों पर निरीक्षण करने निकले तो उन्होंने देखा कि शहर में सीपीयू ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के बजाय वाहनों के चालान करने में लगी है. इस मामले पर संज्ञान लेते हुए यातायात पुलिस के अधिकारियों ने देहरादून में सीपीयू और यातायात पुलिस में तैनात 23 दरोगाओं की चालान मशीन जब्त कर ली है. अब वह चालान नहीं कर पाएंगे. उनका काम शहर में सिर्फ यातायात का सही ढंग से संचालन करने का रह गया है. इसके लिए उनको निर्देशि दिए जा चुके हैं.
ट्रैफिक व्यवास्था सुधारने पर हो जोर
इस मामले पर कार्यवाहक पुलीस महानिदेशक उत्तराखंड अभिनव कुमार का कहना है कि यातायात समस्या को देखते हुए हमारी प्राथमिकता इस समस्या यातायात की तरफ ध्यान देना है न कि चालान करने पर है. पुलिस का प्रयास है कि भीड़भाड़ के समय यातायात व्यवथा की तरफ ध्यान दिया जाए, जिस समय यातायात कम हो उस समय चालान किया जाए. इसी को देखकर ये फैसला लिया गया है की अब सीपीयू के दरोगा वाहनों का चालान न करके शहर में यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने का काम करेंगे.
अब तक इतने काटे गए चालान
आंकड़ों पर नजर डालें तो देहरादून में यातायात पुलिस ने साल 2021 में 1,07,886 चालान कर 6.55 करोड़ रुपये जुर्माना वसूला है. साल 2022 में चालान की संख्या बढ़कर 1.19 लाख पहुंच गई है. इस दौरान करीब नौ करोड़ रुपये जुर्माना वसूला गया. साल 2023 में 1.90 लाख चालान से 13 करोड़ से अधिक जुर्माना वसूला गया है.