नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने बुधवार को कहा कि भारत का अपना 4जी टेक्नोलॉजी इंफ्रा (स्टैक) 2025 के मध्य तक स्थापित कर दिया जाएगा. सिंधिया ने एआईएमए राष्ट्रीय प्रबंधन सम्मेलन के 51वें एडिशन में देश और सरकार के लिए तीन प्रमुख लक्ष्यों को भी रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि भारत ने अपने अस्तित्व में पहली बार अपना स्वयं का 4जी टेक्नोलॉजी ढांचा विकसित किया है, जिसे अगले वर्ष के मध्य तक स्थापित दिया जाएगा.
स्वदेशी टेक्नोलॉजी पर फोकस
सिंधिया ने कहा कि न केवल टेक्नोलॉजी को लागू करना महत्वपूर्ण है, बल्कि स्वदेशी टेक्नोलॉजी को डिजाइन और विकसित करना भी महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि हमने अपने लिए तीन लक्ष्य तय किए हैं. पहला लक्ष्य परिपूर्णता सुनिश्चित करना है. हमारे देश के हर हिस्से को डिजिटल टेक्नोलॉजी से जुड़ना चाहिए. हर व्यक्ति को डिजिटल क्रांति के माध्यम से हर अवसर का लाभ उठाने में सक्षम होना चाहिए. सिंधिया ने कहा कि भारत ने देशभर में करीब साढ़े चार लाख टावर लगाए हैं. सरकार ने करीब 20,000 और टावर लगाने के लिए प्रतिबद्धता जतायी है और इस पहल के लिए 44,000 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं.
मेक इन इंडिया पर जोर
उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के मध्य तक हम अपने देश में 100 प्रतिशत परिपूर्णता का लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे. मोदी ने कहा कि दूसरा लक्ष्य मेक इन इंडिया पर जोर देना है और दूरसंचार उपकरण क्षेत्र में भी यही बदलाव लाना होगा. उन्होंने कहा तीसरा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि भारत में भविष्य उन्मुख टेक्नोलॉजी हो, हमारे लिए नई टेक्नोलॉजी को अपनाना महत्वपूर्ण है, लेकिन हमारे लिए नई टेक्नोलॉजी के उत्पादन की अपनी क्षमताओं का इस्तेमाल करना भी जरूरी है.
सिंधिया ने पोस्ट ऑफिस अधिनियम और नए दूरसंचार अधिनियम के बारे में भी बात की और परिवर्तनकारी बदलाव का वादा किया. उन्होंने कहा कि सिंधिया ने कहा कि मैं आप सभी से वादा करता हूं कि इस साल दिसंबर तक दोनों विभागों द्वारा एक बहुत ही पारदर्शी, दूरदर्शी नियम प्रणाली लागू की जाएगी जिससे हमारे क्षेत्र में एक नया बदलाव आएगा.