नई दिल्ली: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से बड़ी उथल-पुथल देखने को मिल सकती है। ऐसी खबरे हैं कि अजित पवार खेमे के विधायक वापस शरद पवार के साथ जा सकते हैं। खुद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को इसका संकेत दिया। उन्होंने संकेत दिया कि उनकी पार्टी के दरवाजे उन विधायकों के लिए खुले हैं, जिन्होंने अजित पवार का साथ दिया था और जिसके कारण पार्टी में फूट पड़ गई थी। हालांकि, उन्होंने कहा कि ऐसे विधायकों को पार्टी में वापस लाने से पहले वह अपने सहयोगियों से सलाह लेंगे।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा, “जहां भी (उन विधायकों के) शामिल होने से पार्टी को मदद मिलेगी और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा, वहां उन्हें शामिल करने में कोई समस्या नहीं है। लेकिन जिन लोगों ने पार्टी के अंदर रहकर पार्टी को कमजोर करने और पार्टी के हितों को नुकसान पहुंचाने का काम किया है, उन्हें वापस नहीं लिया जाएगा।” शरद पवार ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करना होगा।
अजित पवार के चाचा ने आगे कहा, “इसे ऐसे ही हल्के में नहीं लिया जा सकता है। हमारे सभी सहयोगियों को विश्वास में लिया जाएगा। उनके सुझावों पर विचार किया जाएगा और उनका सम्मान किया जाएगा। उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।” पवार नांदेड़ से पूर्व केंद्रीय मंत्री सूर्यकांत पाटिल के राकांपा (सपा) में वापस आने के बाद आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। एनसीपी (SP) प्रमुख का यह बयान ऐसे समय में आया है जब ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि अजित पवार की अगुआई वाली एनसीपी के 18-19 विधायक शरद पवार के खेमे में लौटने की कोशिश कर रहे हैं और आगामी विधानसभा चुनावों से पहले उनसे संपर्क कर रहे हैं।
हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में शरद पवार की पार्टी ने विभाजन के बावजूद 10 में से आठ सीटों पर जीत हासिल की। इसके विपरीत, अजित पवार की अगुआई वाली एनसीपी ने जिन चार सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से केवल एक पर ही जीत हासिल कर पाई। पिछले सप्ताह एनसीपी (एसपी) महाराष्ट्र प्रमुख जयंत पाटिल ने कहा था कि अगले महीने राज्य के बजट के बाद अजित पवार के विधायक एनसीपी (एसपी) में वापस लौटना शुरू कर देंगे।