आने वाले दिनों में आप क्रेडिट कार्ड नहीं, क्रेडिट लाइन का इस्तेमाल करेंगे. ये एक नई व्यवस्था है, जो क्रेडिट कार्ड की तरह होगी और उधार ऑनलाइन मिलेगा. केंद्रीय बैंक ने कहा है कि देश के सभी बैंकों की प्री-अप्रूव्ड क्रेडिट लाइंस से यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को जोड़ा जाएगा. यूपीआई के नए नियम आने के बाद उधार लेने वाले को यूपीआई के माध्यम से अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें जैसे डिजिटल क्रेडिट लाइनों का इस्तेमाल किया जा सकेगा. इसमें रूपे क्रेडिट कार्ड को यूपीआई जोड़ने की हालिया अनुमति भी शामिल है.
ग्राहकों को मिलेंगे ये फायदे
- अब सवाल ये उठता है कि इससे ग्राहकों को कैसे फायदा होगा. आइए जान लेते हैं.
- ग्राहकों को अलग-अलग कार्ड लेकर चलना नहीं करना पड़ेगा। अपने मोबाइल से ही यूपीआई के जरिए पेमेंट कर सकेंगे.
- इसके अलावा समय की बचत भी होगी. क्रेडिट कार्ड बनने में थोड़ा समय लगता है. क्रेडिट लाइन अप्रूवल के बाद तुरंत मिल जाएगी.
- पॉइंट-ऑफ-परचेज क्रेडिट एक्सपीरियंस बिना किसी रूकावट के हो जाएगा. ये BNPL सेक्टर में तेज ग्रोथ ला सकता है.
UPI से देश में डिजिटल पेमेंट तेजी के साथ बढ़ी
साल 2016 में यूपीआई की लॉन्चिंग के साथ ही डिजिटल पेमेंट की दुनिया में एक क्रांति आ गई. यूपीआई ने सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा दी. इससे पहले डिजिटल वॉलेट का चलन था. वॉलेट में केवाईसी जैसी झंझट है, जबकि यूपीआई में ऐसा कुछ नहीं करना पड़ता है. पेनाऊ सिंगापुर में एसोसिएशन ऑफ बैंक्स द्वारा विकसित यूपीआई की तरह का ही एक पेमेंट सिस्टम है. भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है. वहीं, IMPS, RuPay, UPI, जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती हैं.
आपको बता दें कि हाल ही में यूपीआई इकोसिस्टम में प्रीपेड वॉलेट और रुपे क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने की सुविधा को जोड़ा गया है. इसलिए अब प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (PPI) फीस लगाने की अनुमति दी गई है. इस तरह पीपीआई (क्रेडिट कार्ड और वॉलेट इत्यादि) के माध्यम से यूपीआई पेमेंट करना आसान हो जाएगा.