नई दिल्ली : फिनटेक सेक्टर में भारत की धमक अब ग्लोबल होने लगी है. पूरी तरह से स्वदेशी टेक्नोलॉजी यूपीआई और रूपे की पहुंच अब यूरोप तक होने वाली है. आने वाले समय में फ्रांस में यूपीआई और रूपे दोनों की सर्विस उपलब्ध होने जा रही है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी है. इससे पहले भारत के बाहर नेपाल समेत कुछ अन्य देश भी यूपीआई और रूपे कार्ड को अपना चुके हैं.
फ्रांस की इस कंपनी से NPCI का समझौता
खबरों के अनुसार, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की इंटरनेशनल यूनिट ने फ्रांस में यूपीआई और रूपे को उपलब्ध कराने के लिए एक समझौता किया है. यह समझौता फ्रांस की Lyra Network के साथ हुआ है. खबरों के अनुसार केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘पूरी दुनिया यह देख रही है कि भारत हर महीने 5.5 बिलियन यूपीआई ट्रांजेक्शन (UPI Transaction) कर रहा है. यह भारत के लिए बड़ी उपलब्धि है. फ्रांस के साथ हुआ ताजा समझौता एक बड़ा कदम है.’
भारतीय पर्यटकों को फ्रांस में होगी सुविधा
Lyra Network के साथ हुए समझौते के अमल में आने के बाद भारतीय पर्यटक (Indian Tourist) फ्रांस में भी बिना किसी रुकावट के पेमेंट कर सकेंगे. फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ ने बताया कि डिजिटल पेमेंट का (Digital Payment) यह पारदर्शी तरीका फ्रांस में काफी प्रभावी होने वाला है. उन्होंने बताया कि एक बार वो डॉक्टर के पास गए, जहां सिर्फ कैश या चेक से ही पेमेंट हो सकता था. इस कारण उन्हें एटीएम जाना पड़ गया था. उन्होंने कहा, ‘अगर यूपीआई फ्रांस में उपलब्ध हुआ तो फ्रांस के लोगों को भी बहुत फायदा होगा.’
पहले ही यूपीआई को अपना चुके ये देश
यूपीआई (UPI) पूरी तरह से स्वदेशी डिजिटल पेमेंट इंटरफेस (Digital Payment Interface) है. यह इतना सिंपल और सिक्योर है कि अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) भी इसकी तारीफ कर चुका है. गूगल ने भी अमेरिका में यूपीआई को अमल में लाने या उसके जैसी कोई टेक्नोलॉजी डेवलप करने की मांग की थी. अभी यूपीआई का इस्तेमाल भारत के बाहर भी होने लगा है. पड़ोसी देश नेपाल ने हाल ही में यूपीआई (UPI In Nepal) को अपनाया है. सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात और भूटान भी यूपीआई को अपना चुके हैं. भारत में गूगल पे (Google Pay), अमेजन पे (Amazon Pay), पेटीएम (Paytm) , भीम (BHIM UPI), भारतपे (BharatPe), फोनपे (PhonePe) जैसे सारे डिजिटल पेमेंट ऐप यूपीआई इंटरफेस (UPI Interface) पर ही बेस्ड हैं.
इतनी ज्यादा है रूपे की बाजार हिस्सेदारी
इसी तरह देसी कार्ड नेटवर्क रूपे भी पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ा है. आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, 2020 में ही भारतीय कार्ड बाजार में रूपे की हिस्सेदारी 60 फीसदी से ज्यादा हो चुकी थी, जबकि 2017 में यह हिस्सेदारी महज 15 फीसदी थी. कार्ड नेटवर्क में वीजा और मास्टरकार्ड जैसे दिग्गजों की भारतीय बाजार में संयुक्त हिस्सेदारी 40 फीसदी से नीचे आ चुकी है. हालांकि पेमेंट और ट्रांजैक्शन के लिहाज से अभी भी वीजा और मास्टरकार्ड रूपे की तुलना में आगे हैं.