ऋषिकेश : NSS के स्वयंसेवकों तथा नमामि गंगे के संयुक्त तत्वाधान में विश्व पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया राजकीय इंटर कॉलेज आईडीपीएल वीरभद्र के प्रांगण में
मनोज रौतेला की रिपोर्ट :
ऋषिकेश :राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ ऋषिकेश परिक्षेत्र के अंतर्गत राजकीय इंटर कॉलेज आईडीपीएल वीरभद्र के प्रांगण में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों तथा नमामि गंगे के संयुक्त तत्वाधान में विश्व पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाया गया ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नमामि गंगे के प्रदेश प्रमुख कपिल गुप्ता , प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल ऋषिकेश के अध्यक्ष पंकज गुप्ता, स्थानीय पार्षद विपिन पंत राजीव कालरा आदि ने वृक्षारोपण कर विश्व पर्यावरण दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया ।अपने संबोधन में कपिल गुप्ता ने कहा कि आज संपूर्ण विश्व को ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है । कोविड-19 की महामारी से ग्रस्त समूचा विश्व कृत्रिमऑक्सीजन के ऊपर निर्भर है और उत्तराखंड 62% वन क्षेत्र होने के कारण संपूर्ण पश्चिमी उत्तर प्रदेश को प्राकृतिक ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है कपिल गुप्ता ने यह भी आह्वान किया कि हमारे आसपास के प्रदेशों को भी इसमें विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है अन्यथा वह दिन दूर नहीं कि जिस प्रकार आज हम हर समय मास्क लगाकर घूम रहे हैं भविष्य में हम पोर्टेबल ऑक्सीजन के सिलेंडर लेकर भी चलें। यदि वृक्षों का संरक्षण करें उन का भरण पोषण पालन करें तो हमें प्राकृतिक ऑक्सीजन प्राप्त होगी और हमें इस महामारी से स्वता ही मुक्ति मिलेगी ।
कार्यक्रम में प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने कहा की कोरोना महामारी आज देश के लिए अभिशाप बन गई है। जिसमें हमें स्वयं को सुरक्षित रहना है , संयमित रहना है और अधिक से अधिक पर्यावरण को संरक्षण प्रदान करना है । जिससे हम प्राकृतिक ऑक्सीजन प्राप्त कर सकें क्योंकि प्रकृति ही अपने आप इस महामारी को नष्ट कर देगी जैसा कि आप देख रहे हैं आज अस्पतालों में ऑक्सीजन का अभाव है । यहां तक की अस्पतालों में मरीजों को बेड तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं । यदि हम सुरक्षित रहें अपने आपको सामाजिक दूरी सोशल डिस्टेंस मास्क आदि का प्रयोग करते रहे और प्रकृति और गाय की सेवा करते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब हमारा देश इस महामारी से निजात पा सकता है साथ ही वर्ष भर लगाए हुए पौधों के सिंचाई के माध्यम की भी जानकारी दी जिसमें पुरानी पेट की बोतल को नीचे से काटकर और ढक्कन में छोटा सा छेद कर पेड़ की जड़ में उल्टा गाड़ दिया जाए और समय-समय पर उसमें पानी भर दिया जाए तो वह पेड़ को जितना भी पानी आवश्यक होता है वह उस बोतल में संरक्षित पानी से पूर्ति कर सकें।
अपने संबोधन में कार्यक्रम अधिकारी विजय पाल सिंह ने कहा कि यदि देश वासी इस बात को समझ ले की हम प्रकृति का दोहन उतना ही करें जितने की हमें आवश्यकता हो विकास के अंधाधुन वृक्षों को ना काटे अपितु उनका संरक्षण करें हमें यह नहीं भूलना चाहिए की वृक्ष हमें जीवन प्रदान करते हैं ।हमें प्रत्येक दिवस पर चाहे वो जन्मदिन हो या किसी की स्मृति बिवस में हो वृक्ष को लगाएं और उनका संरक्षण करें । वृक्ष हमारे जीवन के लिए अत्यंत ही उपयोगी हैं।विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य के प्रतिनिधि के रूप में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजेंद्र प्रसाद नौटियाल ने कहा कि यदि जीवन है तो वृक्षों के साथ ही है । एक वृक्ष सौ पुत्रों के समान है । हमारे वातावरण में यदि वृक्षों का अभाव हुआ तो प्राणवायु हमें प्राप्त नहीं हो पाई इसलिए हमें अधिक से अधिक वृक्षों का संरक्षण करना है और वृक्ष लगाने हैं ।
इस अवसर पर विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ संजय ध्यानी, मनोज कुमार गुप्ता स्वयंसेवी/ सामाजिक कार्यकर्ता , रामकरण यादव , विनोद पवार ,संतोष मिश्रा छात्र इकाई प्रमुख , कु 0 वैशाली, कु 0 संजना, प्रियांशु त्यागी, छात्रा कई प्रमुख आदि उपस्थित रहे ।