जोधपुर: जोधपुर के बिलाड़ा में करीब 2 हफ्ते पहले रात को लूट की नीयत से घुसे कुछ चोरों ने एक महिला और दो बच्चों पर ताबड़तोड़ हथियार से वार कर दिया. इस वारदात में 25 साल की अंजू की मृत्यु हो गई और दो बच्चों घायल हो गए थे. अब जोधपुर पुलिस ने इस मामले में कार्यवाही करते हुए आरोपियों के कब्जे पर बुलडोजर कार्यवाही की है. आरोपी युवक पास ही में ईमित्र ऐप चलाते थे जिनका नाम अनिल (उम्र 20 साल) और साहिल ( उम्र 19 साल) है. बताया जा रहा है कि आरोपी मृत परिवार से पहले ही परिचित था.
अब पुलिस के द्वारा पकड़े गए दो आरोपी में से एक आरोपी अनिल बिश्नोई के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई है. अनिल बिश्नोई के मकान का कुछ हिस्सा सड़क पर था जो PWD द्वारा चिन्हित किया गया था. उसे बुलडोजर द्वारा अब हटाया गया है. इससे पहले प्रशासन ने इस अवैध कब्जे को लेकर नोटिस जारी किया था. वहीं, अनिल बिश्नोई के परिवार का गोचर जमीन पर भी कब्जा था जिसे लेकर ग्रामीणों ने शिकायत दर्ज करवाई थी.
लांबा गांव में हुई थी हत्या
जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया जिस घर में अनिल और साहिल चोरी करने घुसे थे वह उनके पड़ोस में ही रहते हैं. अनिल और साहिल ईमित्र का काम करते हैं. इसके चलते गांव के सभी लोगों को जानते हैं. गांव के लोग पेंशन और योजनाओं के आवेदन और फॉर्म भरने के लिए उनके पास आते रहते हैं.
घटना से ठीक पहले आरोपी ने मृतक अंजू की सास सम्मो देवी को कॉल करा था और उन्हें पेंशन के लिए अपना आधार कार्ड कार्ड लाने को कहा. सम्मों देवी उसे बताती है कि वह शादी समारोह में है और घर पर कोई नहीं है ऐसे में दोनों आरोपी साहिल और अनिल घर में चोरी करने का प्लान बनाते हैं.
पकड़े जाने के डर के कारण मारा था चाकू
वे पड़ोस में ही सम्मों देवी के घर पहुंचते हैं और ताला तोड़ अंदर घुसते हैं. जब वह घर के अंदर जाते हैं तो अपने सामने शंभू देवी की बहू अंजू और उसकी पोती कुसुम और अंजू की एक साल की बेटी काव्या को देखकर हैरान रह जाते हैं. ऐसे में दोनों आरोपी ने पकड़े जाने के डर से उन पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिया.
डॉक्टर ने बताया कि अंजू के ऊपर 15 से ज्यादा बार चाकू से प्रहार हुआ था. आरोपियों ने सर से लेकर पेट तक चाकू से हमला किया था. वहीं, एक साल की बेटी के गले पर भी चाकू से वार किया जिससे गले पर 25 टांके आए थे.