नई दिल्ली: नरक चतुर्दशी को छोटी दिवाली, रूप चौदस, भूत चतुर्दशी और नरक निवारण चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है. इस त्योहार को दीपावली से एक दिन पहले मनाया जाता है. इस दिन यम का दीपक जलाने का विधान है. आइए जानते हैं इस साल नरक चतुर्दशी कब मनाई जाएगी, क्या है सही डेट, शुभ मुहूर्त और महत्व…
कब है नरक चतुर्दशी 2024?
हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को नरक चतुर्दशी मनाई जाती है. ऐसे में इस बार कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 30 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर होगी. वहीं, इसका समापन 31 अक्टूबर को दोपहर 3 बजकर 52 मिनट पर होगा. यम के लिए दीपक प्रदोष काल में जलाने का विधान है. इसके चलते नरक चतुर्दशी 30 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी.
जान लें शुभ मुहूर्त
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नरक चतुर्दशी या फिर रूप चौदस पर यम के नाम के दीपक जलाए जाते हैं. इस दिन यम की पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 30 मिनट से 7 बजकर 2 मिनट तक रहेगा. इसी दौरान आप यम के नाम के दीपक भी जला सकते हैं.
नरक चतुर्दशी का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रूप चौदस पर भगवान कृष्ण ने नरकासुर नाम के असुर का वध किया था और लगभग 16,000 महिलाओं को कैद मुक्त करा था. इस दिन यमराज की पूजा करने का विधान है. रूप चौदस पर यम के नाम के दीपक जलाए जाते हैं जिससे व्यक्ति के जीवन की नेगेटिविटी दूर होती है. साथ ही व्यक्ति को काल मृत्यु के भय से मुक्ति मिल जाती है.
इन बातों का रखें ध्यान
- नरक चतुर्दशी के दिन सूर्योदय होने से पहले नहाना चाहिए.
- इस दिन घर की दक्षिण दिशा में गंदगी बिल्कुल भी नहीं रखनी चाहिए.
- नरक चतुर्दशी पर घर में साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए.
- नरक चतुर्दशी पर घर की महिलाएं चौमुखा दीपक बनाकर रात के समय तिल या सरसों के तेल का चार बत्तियों वाला दीपक जलाती हैं.