नई दिल्ली: तेज गेंदबाजों के दम पर भारत को रिकॉर्ड 46 रन पर समेटने के बाद डेवोन कोंवे के 91 रन की मदद से न्यूजीलैंड ने वर्षाबाधित पहले क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन बृहस्पतिवार को पहली पारी में तीन विकेट पर 180 रन बनाये लिये. डेरिल मिचेल 14 और रचिन रविंद्र 22 रन बनाकर क्रीज पर हैं. न्यूजीलैंड के पास 134 रन की बढत है. इससे पहले मैट हेनरी ( 15 रन देकर पांच विकेट ) और विलियम ओ राउरकी ( 22 रन देकर चार विकेट ) की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर न्यूजीलैंड ने भारतीय बल्लेबाजी की बखिया उधेड़ दी. एडीलेड टेस्ट की यादें ताजा कराते हुए भारतीय टीम घरेलू टेस्ट में अपने न्यूनतम स्कोर 46 रन पर आउट हो गई थी.
इससे पहले भारत में उसका न्यूनतम टेस्ट स्कोर 75 रन था जो 1987 में वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में बनाया था. भारत के पांच बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल सके. आस्ट्रेलिया के 2020 . 21 के दौरे पर एडीलेड टेस्ट में भारतीय टीम 36 रन पर आउट हो गई थी.
कप्तान रोहित शर्मा ने किया स्वीकार
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने स्वीकार किया कि न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन टीम को 46 रन के न्यूनतम स्कोर पर सिमटते देखकर वह ‘दुखी’ हैं. बारिश के कारण पहले दिन का खेल रद्द होने के बाद दूसरे दिन रोहित ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया. भारत की पारी 31.2 ओवर में सिमट गई और पांच बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल सके. रोहित (Rohit Sharma Press Conference) ने दूसरे दिन के खेल के बाद प्रेस कांफ्रेंस में टीम के इस न्यूनतम स्कोर की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए कहा ,‘‘बतौर कप्तान 46 रन का स्कोर देखकर दुखी हूं क्योंकि पहले बल्लेबाजी का फैसला मेरा था, लेकिन साल में एक या दो खराब फैसले चलते हैं.”
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सामने जो चुनौती थी, उसका हम अच्छी तरह से जवाब नहीं दे पाए. कई बार आप सही फैसला करते हैं, कई बार नहीं. इस बार मैं सही तरफ नहीं था आज का दिन हमारे लिए खराब रहा, लेकिन हमने पहले भी इस तरह के कई मैच खेले हैं, लेकिन हमें जितना हो सके खुद को चुनौती देनी चाहिए.”