मिर्जापुर: मिर्जापुर से साइबर क्राइम का बड़ा मामला निकल कर सामने आ रहा है। डिजिटल युग में जहां आनलाइन लेनदेन का चलन बढ़ा है, वहीं साइबर क्राइम के मामले में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है । अकेले विध्यांचल मंडल के मंडलीय साइबर थाने की बात करें तो यहां पर पिछले तीन साल में करोड़ों रुपए के साइबर ठगी के मामले सामने आए है, जिसमें से अभी तक 55 लाख रुपए वापस कराए गए हैं। इन मामलों में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। लगातार बढ़ते मामलों के बीच पुलिस की कार्रवाई को बड़ी कामयाबी के रूप में नहीं देखा जा सकता है। डिजिटल लेनदेन बढ़ने का असर यह है कि मिर्जापुर में भी इसके प्रति लोगों का रुझान बढ़ा हुआ है। इस वजह से किसी न किसी माध्यम से पांच में से एक आदमी साइबर ठगी का शिकार हो रहा है और इस प्रकार की ठगी को रोकने के लिए चलने वाले अभियान नाकाफी साबित हो रहे हैं।
84 मुकदमे दर्ज 10 लोग भेजे गए जेल
साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने के लिए विध्यांचल मंडल का साइबर थाना मिर्जापुर जिले में खोला गया है । इस साइबर थाने की स्थापना तीन साल पहले की गई थी। स्थापना से लेकर अब तक यहां पर कुल 84 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिसमें 58 लोगों को आरोपी बनाया गया है। उन आरोपियों में से अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजने में ही कामयाबी मिल सकी है।
55 लाख रुपए कराए गए वापस
थाने की स्थापना से लेकर अब तक 55 लाख 33 हजार रुपए वापस कराए गए हैं और करीब 33 लाख 18 हजार रुपए को होल्ड कराया जा चुका है। जिस स्तर पर अपराध बढ़ा है, उसमें यह आंकड़ा बहुत कम लगता है। एक अनुमान के मुताबिक, हर पांचवे आदमी में एक आदमी साइबर क्राइम का शिकार हो रहा है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार हर वर्ष ऐसे अपराधों में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है।
जानकारी के अभाव में नहीं कर पाते शिकायत
साइबर थाने के प्रभारी चंद्रशेखर यादव ने बताया कि आज के समय साइबर ठगी के लोग शिकार हो रहे है । जानकारी के अभाव में पीड़ित अपने साथ हुई ठगी की शिकायत भी नहीं दर्ज करा पा रहे है। एक झटके में उनकी गाढ़ी कमाई को अपराधी लूट ले रहे है।
ठगी का शिकार हों तो यहां करें शिकायत
थाना प्रभारी बताते हैं कि अगर कोई ठगी का शिकार होता है तो उसे सबसे पहले टोल फ्री नंबर 1930 पर अपनी शिकायत दर्ज करनी चाहिए। इसके अलावा www.Sybercrime.gov.in वेबसाइट पर जाकर अपनी शिकायत को दर्ज कराई जा सकती है।