नैनीताल: बीते कई दिनों से देश के कई राज्यों से सांप्रदायिक तनाव की खबरें सामने आ रही हैं. इसी क्रम में अब उत्तराखंड के नैनीताल जिले से भी सार्वजनिक स्थान पर नमाजियों के ‘वुजू’ करने के बाद हुए तनाव की खबर सामने आई है. पुलिस ने इस मामले में बुधवार को 700 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. दरअसल ये मामला जिले के हल्द्वानी के भोटियापड़ाव क्षेत्र का है. सोमवार को यहां दो समुदायों के बीच लड़ाई तब शुरू हुई जब हिंदू समुदाय के लोगों ने क्षेत्र की आवास विकास कॉलोनी में चल रही मुस्लिम धार्मिक गतिविधियों का विरोध शुरू किया.
दरअसल आवास विकास कॉलोनी में रहने वाले नमाज अधिवक्ता जफर सिद्दीकी के घर सोमवार को नमाज पढ़ी जा रही थी. वहीं नमाज पढ़ने से पहले किए जाने वाले वुजु के लिए सभी नमाजियों ने घर के पास खाली पड़े प्लॉट इस्तेमाल किया. नमाजियों द्वारा वुजु के लिए खाली प्लॉट का इस्तेमाल करने का हिंदू संगठन के कई लोगों ने विरोध किया.
इमाम शाहिद हुसैन को मारा थप्पड़
मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक हिंदू समुदाय के लोगों ने इकठ्ठा होकर इमाम शाहिद हुसैन को थप्पड़ मारा था. जिसके बाद ही दोनों समुदायों में तनाव बढ़ा. वहीं मामले की सूचना मिलते ही भोटियापड़ाव थाना पुलिस फौरन मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया. वहीं इस मामले में हुसैन ने पुलिस में केस दर्ज कराया, जिसके बाद, सिद्दीकी ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
अधिवक्ता जफर सिद्दीकी का मकान सील
इस मामले में शिकायत मिलने पर जब भोटियापड़ाव थानाध्यक्ष हरेंद्र चौधरी मौके पर पहुंचे तो उन्होंने पाया कि सिद्दीकी का घर अवैध निर्माण है. जिसके बाद फौरन उसे सील कर दिया गया. उसके बाद दोनों समुदाय के लोगों को थाने में बुलाया गया, और 700-800 लोगों के खिलाफ बलवा और हिंसा में शामिल होने के आरोप में धारा 147, 332, 341 और 353 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया.
बता दें कि इस मामले से पहले भी एक महिला ने पुलिस में शिकायत दी थी कि एक खाली प्लॉट का प्रयोग धार्मिक गतिविधियों के लिए किया जा रहा है. जिससे क्षेत्र में अशांति पैदा हो रही है. बता दें कि नमाज पढ़ने से पहले मुस्लिम समुदाय के लोग हाथ-पैर और मुंह को धोते है जिसे वुजू कहा जाता है.