नई दिल्ली: ट्विटर ने अपने वेरिफिकेशन प्रोग्राम के लिए टॉप 500 एडवर्टाइजर्स और टॉप 10,000 ऑर्गेनाइजेशन को उनके फॉलोवर्स के आधार पर $1,000 (82,000 रुपये) मंथली फीस माफ करने का फैसला किया है. ऐसे में ये स्टेप तब उठाया गया है जब ट्विटर अपने नए वेरिफिकेशन प्रोग्राम को शुरू करने और अप्रैल में पुराने प्रोग्राम को बंद करने की प्लानिंग कर रहा है.
नॉन वेरिफाइड अकाउंट को नहीं मिलेगी कोई सुविधा
हाल ही में एलोन मस्क ने कुछ ऐसे फीचर्स की लिस्ट जाकी की है जिनका नॉन वेरिफाइड ट्विटर यूजर फायदा नहीं उठा पाएंगे. ऐसे में अगर आप एक नॉन वेरिफाइड ट्विटर यूजर हैं तो 15 अप्रैल के बाद आप पोल्स में पार्टिसिपेट नहीं कर पाएंगे. इतना ही नहीं आपके ट्वीट रिकमंडेशन में भी दिखाई नहीं देंगे. ऐसे में आपकी रीच बहुत कम हो सकती है. मस्क के ट्विट के मुताबिक, 15 अप्रैल से केवल वेरिफाइड अकाउंट ही फॉर यू रिकमंडेशन के लिए इलिजेबल होंगे. एडवांस एआई बॉट स्वार्म्स को अड्रेस करने का एक रियल तरीका है. ऐसे में इसका एक बुरा प्रभाव भी पड़ सकता है इससे इलेक्शन में वोट्स हासिल नहीं हो पाएंगी क्योंकि वोट करने कि लिए भी वेरिफिकेशन की जरूरत पड़ेगी.
नई कंपनियों की बढ़ी परेशानी
इस कदम से नई कंपनियों के लिए ट्विटर पर ऑडियन्स बनाने में परेशानी हो सकती है. ऐसे में उन्हें वेरिफाइड ब्रांडों के साथ कंपटीशन करनीाहोगी या अपने चेकमार्क के लिए हर महीने $1,000 (करीब 82 हजार रुपये)का भुगतान करना होगा. ट्विटर ने अपने लेगेसी वेरिफिकेशन प्रोग्राम को बंद कर दिया है और नया प्रोग्राम पेश किया है ये स्कैमर से क्रिएटिव तरीकों से प्लेटफॉर्म की सिक्यॉरिटी सिस्टम को टेस्ट कर सकते हैं जिससे यूजर्स के लिए रिस्क पैदा हो सकता है.