देहरादून : ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण स्थित भराड़ीसैंण में सरकार ने सैनिकों और पूर्व सैनिकों के लिए बजट में पिटारा खोल दिया है। देहरादून के गुनियाल गांव में शौर्य स्थल के निर्माण के लिए 20 करोड़ और खटीमा में कैंटीन के निर्माण के लिए एक करोड़ की व्यवस्था की गई है।
प्रदेश के वित्त मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल ने बजट भाषण में कहा कि यह प्रदेश का सौभाग्य है कि पूर्व सैनिकों के रूप में हमारे पास अपार प्रशिक्षित एवं अनुशासित मानवपूंजी है। राज्य के विकास के लिए पूर्व सैनिकों की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार प्रयासरत है। सरकार की ओर से पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।
इनमें कुछ प्रमुख योजनाओं में सैनिक विश्राम गृहों के निर्माण के लिए दो करोड़,शहीद द्वार, स्मारकों के निर्माण के लिए एक करोड़, द्वितीय विश्व युद्ध के उत्तराखंड के पूर्व सैनिकों एवं उनकी आश्रित विधवाओं की पेंशन के लिए पांच करोड़ 50 लाख, उत्तराखंड शहीद कोष के लिए एक करोड़ 50 लाख, सैनिक विश्राम गृहों की साज सज्जा के लिए 50 लाख की व्यवस्था की गई है।
57 करोड़ से अधिक की लागत से बन रहा शौर्य स्थल
सरकार देहरादून के गुनियाल गांव में 57 करोड़ से अधिक की लागत से शौर्य स्थल (सैन्यधाम) का निर्माण कर रही है। सैनिक कल्याण विभाग के निदेशक ब्रिगेडियर अमृत लाल के मुताबिक शौर्य स्थल का 35 प्रतिशत से अधिक काम पूरा किया जा चुका है।