राजेश शर्मा
अर्थव्यवस्था के मैच में अब जल्द ही नया कीर्तिमान स्थापित होने वाला है । भारत की जनता ने कभी सपने में नहीं सोचा होगा कि पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के भाव से भराना होगा । बात करें आज की सफलतम पार्टी बीजेपी की, जब वो विपक्ष में हुआ करती थी उस वक़्त की उनकी प्रतिक्रिया पर गौर करें…
विचित्र किंतु सत्य
63 रुपये में पेट्रोल और 392 रुपये में गैस सिलेंडर देकर कांग्रेस ने पूरे देश को लूट लिया था…
पर भला हो भाजपा का जिन्होंने 100 रुपये में पेट्रोल और 797 रुपये में गैस सिलेंडर देकर जनता को राहत दे दी…
तत्कालीन कांग्रेस को पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढ़ने पर जी भरकर कोसने वाली क्या यही भाजपा है ??
वाकई बीजेपी पार्टी विथ डिफरेंट नज़र आने लगी है…
वहीं अपना खोया वजूद तलाशती कांग्रेस इस मैच का तमाशबीन बन कर तमाशा देख रही है। कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता सड़क से संसद तक सरकार को कटघरे में प्रभावी तरीके से क्यों नहीं घेर पा रहे?
यही अवसर से जनता के हित में संघर्ष करने का… हताश निराश हो चुकी काँग्रेस को बैठे बिठाए ये मुद्दा मिला है, जिसके दम पर मतदाताओं के दिल में जगह बनाई जा सकती है।
खाली औपचारिक विरोध प्रदर्शन, फ़ोटो खिंचाने और मीडिया में प्रचारित होने मात्र से काम नहीं चल सकताऔर राजनीति के मैच में वापसी का इससे अच्छा अवसर प्राप्त नहीं होगा।