नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर एक बैठक हुई। बंद कमरे में हुई ये चर्चा भी बेनतीजा रहा। इस बैठक के बाद कोई बड़ा बयान या एक्शन नहीं लिया गया जो कि पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
कोई ठोस परिणाम नहीं निकले
UNSC के मौजूदा अध्यक्ष और यूनान के स्थायी प्रतिनिधि एवेंजेलोस सेकेरिस ने बैठक को उपयोगी और सकारात्मक बताया, लेकिन माना कि कोई ठोस परिणाम नहीं निकले। उन्होंने कहा कि परिषद की ज़िम्मेदारी है कि वह तनाव कम करने में मदद करे।
कोई भी आधिकारिक प्रस्ताव पारित नहीं हुआ
यह बैठक UNSC के मुख्य कक्ष में नहीं, बल्कि परामर्श कक्ष में हुई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह अनौपचारिक बैठक थी। जिसमें कोई भी आधिकारिक प्रस्ताव पारित नहीं हुआ।
बैठक बेनतीजा रहा
UN के सहायक महासचिव (एशिया-पैसिफिक मामलों) खालिद मोहम्मद खियारी ने कहा कि सभी सदस्य देशों ने तनाव कम करने की इच्छा जताई। लेकिन बैठक में भारत के खिलाफ पाकिस्तान के आरोपों का समर्थन नहीं हुआ और न ही किसी पक्ष को दोषी ठहराया गया।
पाकिस्तान को बड़ा झटका
- बता दें कि, पहलगाम हमले के बाद से भी भारत लगातार पाकिस्तान के ऊपर कार्रवाई कर रहा है। इसी बीच
- पाकिस्तान ने मौजूदा हालात को लेकर UNO का दरवाजा खटखटाया था। लेकिन पाकिस्तान को इस बैठक का कोई फायदा नहीं मिला।
पाकिस्तान ने लगाए झूठे आरोप
पाकिस्तान के UN प्रतिनिधि ने भारत पर सैन्य जमावड़े और भड़काऊ कार्रवाई के आरोप लगाए। साथ ही कहा कि, पाकिस्तान अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है और 22 अप्रैल को पहलगाम हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया।
UN महासचिव ने हमले की निंदा की
UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की।उन्होंने कहा, नागरिकों को निशाना बनाना किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है। यह समय संयम दिखाने और टकराव से पीछे हटने का है। उन्होंने दोनों देशों से संवाद के ज़रिए हल खोजने की अपील की और कहा कि यह वर्षों में भारत-पाक संबंधों का सबसे तनावपूर्ण दौर है।