नई दिल्ली : भारत में होने वाले आतंकी हमलों की साजिशें पाकिस्तान में रची जाती हैं, ये बाद तो अब अमेरिका की खुफिया रिपोर्ट भी मानने लगी है। अमेरिकी संसद में उस खुफिया रिपोर्ट को पेश किया गया जिसमें कहा गया है कि भारत विरोधी उग्रवादी समूहों को समर्थन देने का पाकिस्तान का लंबा इतिहास रहा है। इस रिपोर्ट पर अब पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। उसने उल्टे भारत पर भी झूठे आरोप लगा दिए।
पाकिस्तान ने रागा अलाप
अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट पर अपना राग अलापते हुए पाकिस्कान के विदेश कार्यालय ने कहा कि उनका पहले से ही आतंकवाद का शिकार रह है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा, “हमारे पास पाकिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में भारत की भागीदारी के पुख्ता सबूत हैं। इतना ही नहीं देश में आतंकवाद फैलाने के लिए भारत की नौसेना का एक सेवारत अधिकारी पाकिस्तान में हिरासत में है।”
अमेरिकी खुफिया तंत्र ने बुधवार को सांसदों से कहा, ”पाकिस्तान का आतंकवादी संगठनों का समर्थन करने का लंबा इतिहास रहा है और पाकिस्तान की ओर से कथित या वास्तविक उकसावे का जवाब अब भारत द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पहले से कहीं अधिक सैन्य बल के जरिए दिए जाने की आशंका है।”
सीमा पर माहौल तनावपूर्ण: रिपोर्ट
भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध कश्मीर मुद्दे और पाकिस्तान से कथित तौर पर अंजाम दिए जाने वाले सीमा पार आतंकवाद को लेकर तनावपूर्ण रहे हैं। यह मूल्यांकन अमेरिकी खुफिया तंत्र के वार्षिक खतरे के आकलन का हिस्सा है, जिसे राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के कार्यालय द्वारा अमेरिकी कांग्रेस के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत-चीन द्विपक्षीय सीमा विवाद को बातचीत के जरिए सुलझाने में लगे हुए हैं, लेकिन 2020 में दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुए संघर्ष के मद्देनजर संबंध तनावपूर्ण ही रहेंगे। इस घटना के बाद से दोनों के बीच संबंधों की स्थिति गंभीर है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ”विवादित सीमा पर भारत और चीन दोनों द्वारा ‘सेना का विस्तार’ दो परमाणु शक्तियों के बीच सशस्त्र टकराव के जोखिम को बढ़ाता है, जिससे अमेरिकी लोगों तथा हितों को सीधा खतरा हो सकता है। इसमें अमेरिकी हस्तक्षेप की मांग की जाती है। पिछले गतिरोधों से स्पष्ट है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लगातार निम्न-स्तर के संघर्ष तेजी से बढ़ सकते हैं।”