नई दिल्ली। बालाकोट एयर स्ट्राइक से पहले पाकिस्तान ने अपने सोशल मीडिया पर एक F-16 की तस्वीर साझा की थी. भारत को इस बात की हेकड़ी दिखा रहे थे. लेकिन कुछ घंटे बाद ही पीओके में भारतीय वायुसेना ने एयर स्ट्राइक कर दिया था. अब एक बार फिर से पहलगाम हमले के बाद भारत की तरफ से पलटवार का डर सता रहा है. अब उनके सोशल मीडिया में चीन पाकिस्तान का साझा उत्पादक फाइटर एयरक्राफ्ट JF-17 तसवीरें धड़ल्ले से साझा होने लगी है.
पाकिस्तान अमेरिकी F-16 से तो अटैक रोक नहीं सके थे अब यह JF-17 के जरिए किसी संभावित अटैक को रोकने का दम भर रहे है. सोशल मीडिया की फोटों के साथ चीन के BVR मिसाइल PL-15 को पहली बार दिखाया गया है. उसकी तारीफों के कसीदे पढ़े जा रहे हैं. खास बात तो यह है कि इस एयरक्राफ्ट की हालत ऐसी है कि यह सोशल मीडिया में ही उड़ान लायक है.
पहले इसकी खासियत का दावा देख लेते हैं.
JF-17 चीन और पाकिस्तान की साझा उत्पाद का नतीजा है. यह एक सिंगल इंजन मल्टी रोल फाइटर एयरक्राफ्ट है.इसकी रफ्तार 1900 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई जाती है. चीन दुनिया भर में अपने हथियारों की बिक्री के लिए पाकिस्तान को मंडी बनाया. चीन ने पाकिस्तान के साथ मिलकर JF-17 फाइटर का निर्माण शुरु किया. उसके बाद न सिर्फ पाकिस्तान को बल्कि दुनिया के चार अन्य देशों जिनमें मलेशिया, अजरबैजान, म्यांमार और नाइजीरिया को बेच चुका है.
इसमें अधिकतर मुस्लिम देश है. इसी कडी में अब इराक को भी JF-17 बेचने की डील को फाइनल कर चुका है. 12 JF-17 थंडर ब्लॉक 3 एयरक्रफ्ट की खरीद इराक कर रहा है. पाकिस्तान में बन रहे इस फाइटर के कंटेंट पर नजर डालें तो तकरीबन 42 फसदी कलपुर्ज़े चीनी है तो 58 फीसदी पाकिस्तान में ही तैयार किए गए है.
जब म्यांमार के JF-17 नहीं रहे थे उड़ने लायक
चीन दुनिया में सबसे आधुनिक तकनीक के हथियार बनाने का दम भरता है लेकिन अब वो ही तकनीक जमीन पर दम तोड़ने लगे है. JF-17 फाइटर क्रैक के शिकार हो रहा है. यह खबर तब सामने आई जब पाकिस्तान के म्यांमार को बेचे गए JF-17 एयरक्रफ्ट ग्राउंड कर दिए थे. एक रिपोर्ट के मुताबिक तकनीकी खराबी और एयर फ्रेम में आए क्रैक के चलते सभी 11 JF-17 को हैंगर में खड़ा कर दिए गए थे. आनन फानन में टैक्निकल एक्पर्ट की टीम म्यांमार रवाना कर दिया था. सबसे परेशानी है चीन की मेटलर्जी पर. इसके एयरक्राफ्ट के फ्रेम में क्रैक आना आम बात है.
SWIFT RETORT में भी कुछ खास नहीं कर पाए
26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में जैश के ठिकानों को नष्ट किया था. 27 फारवरी को पाकिस्तान की वायुसेना के 30 से ज्यादा F-16, JF -17 और मिराज विमानों ने भारतीय इलाके में घुसने की कोशिश की. इस ऑपरेशन को पाक ने नाम दिया था ‘SWIFT RETORT’. भारतीय रडारों के अलर्ट के बाद वायुसेना के लडाकू विमानों अलग अलग एयर बेस से उड़ान भरी.
सुखोई 30, मिराज 2000 और मिग 21 बाइसन फाइटरों ने पाकिस्तानी JF-17 और F-16 फाइटरों को खदेड़ दिया. अमेरीका के दिए F-16 को भारतीय मिग ने मार गिराया था. यह पहली बार था जब पाकिस्तान ने अपने JF-17 को किसी अभ्यास में नहीं बल्कि एरियल कॉंफ्लिकट में इस्तेमाल किए थे. इसमें भी वो कुछ खास नहीं कर सके