नई दिल्ली: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन (Lloyd Austin) के बीच सोमवार (5 जून) को नई दिल्ली में मुलाकात हुई. इस दौरान राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा मंत्री को आगाह करते हुए कहा कि अमेरिका हथियार के मामले में पाकिस्तान पर भरोसा करने की गलती न करें. उन्होंने कहा, “हथियारों के मामले में पाकिस्तान कतई भरोसेमंद नहीं है, क्योंकि वह हथियारों और तकनीक का गलत इस्तेमाल कर सकता है जिससे क्षेत्रीय अस्थिरता आ सकती है.”
राजनाथ सिंह और लॉयड ऑस्टिन के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत चली. इस दौरान भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका ने अपने नौसैनिक सहयोग को मजबूत करने और भारत-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता को स्वीकार किया. दोनों देशों ने नेविगेशन की स्वतंत्रता को बढ़ावा देने और अंतर्राष्ट्रीय शिपिंग लेन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की.
पाकिस्तान की विश्वसनीयता पर उठाए सवाल
इसके अलावा, जब पश्चिमी उपकरणों की आपूर्ति की बात आई तो भारत ने पाकिस्तान की “विश्वसनीयता” के बारे में अपनी चिंताओं को दोहराया. राजनाथ सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान का ऐसे उपकरणों के दुरुपयोग और डायवर्ट करने का इतिहास रहा है, जो क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा पैदा करता है.
चीन की स्थिति क्या बोले अमेरिकी रक्षा मंत्री?
इस दौरान दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच एलएसी (LAC) पर चीन की स्थिति को लेकर भी चर्चा हुई. अमेरिकी रक्षा मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमने दोनों देशों से बातचीत की है. हमारा पूरा जोर इस पर है कि दोनों देशों के बीच तनाव न बढ़े.” इसके साथ ही भारत ने अमेरिका से आग्रह किया है कि वह रक्षा क्षेत्र के लिए भारत से सोर्सिंग को बढ़ा दे, जिससे देश का राजस्व बढ़ सके.