नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम को 5 बजे युद्धविराम हुआ था, लेकिन पाकिस्तान ने महज तीन घंटे के भीतर युद्धविराम का उल्लंघन किया और ड्रोन हमले किए. इसके बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि पाकिस्तान इस समझौते का घोर उल्लंघन कर रहा है. हालांकि भारतीय सेना कार्रवाई कर रही है और इस सीमा अतिक्रमण से निपट रही है. अब इस पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी किया है. PAK विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम सीजफायर को पूरी निष्ठा से लागू करने की प्रतिबद्धता को दोहराते हैं.
पाकिस्तान ने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ क्षेत्रों में भारत द्वारा सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है, लेकिन हमारी सेनाएं जिम्मेदारी और संयम के साथ स्थिति को संभाल रही हैं. हमारा मानना है कि युद्धविराम के प्रभावी क्रियान्वयन में आने वाली किसी भी बाधा को उचित स्तर पर संवाद के माध्यम से सुलझाया जाना चाहिए. PAK के विदेश मंत्रालय ने कहा कि सीमाओं पर तैनात दोनों देशों की सेनाओं को भी संयम बरतना चाहिए, ताकि क्षेत्र में तनाव कम किया जा सके और शांति कायम रखी जा सके.
वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका की सराहना करते हुए उन्हें दक्षिण एशिया में स्थायी शांति लाने के प्रयासों में महत्वपूर्ण साझेदार बताया है. अपने आधिकारिक बयान में शरीफ ने ट्रंप के पथप्रदर्शक नेतृत्व और वैश्विक शांति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की प्रशंसा की.
उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति ट्रंप का आभारी हूं, जिन्होंने वैश्विक शांति के लिए असाधारण नेतृत्व दिखाया और दक्षिण एशिया में स्थायी शांति स्थापित करने में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने की पेशकश की. पाकिस्तान और अमेरिका दशकों से साझेदार रहे हैं, जिन्होंने न केवल आपसी हितों की रक्षा की, बल्कि विश्व के संवेदनशील क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा के लिए मिलकर काम किया.
शहबाज शरीफ ने विश्वास जताया कि राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में पाकिस्तान को एक ऐसा मजबूत साझेदार मिला है, जो रणनीतिक साझेदारी को पुनर्जीवित कर सकता है और पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों को व्यापार, निवेश और अन्य सभी क्षेत्रों में और मजबूत बना सकता है.